इस्लामाबाद। गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान को कर्ज के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष और अमेरिका से कर्ज के लिए पाकिस्तान ने पहले ही गुहार लगाई है। हालांकि, कर्ज देने से पहले पाक के वित्तीय हालात की समीक्षा अमेरिका करेगा। द डॉन में छपी खबर के अनुसार, अमेरिका कर्ज देने से पहले पाकिस्तान पर चीन का कितना कर्ज है, इसका आकलन करेगा। अमेरिका के स्टेट डिपार्टमेंट के प्रवक्ता हीथर नॉर्ट ने कहा, ‘पाकिस्तान को कर्ज देने से पहले हम बहुत से आधार की समीक्षा करेंगे। स्पष्ट है कि पाकिस्तान की आर्थिक हालात और उस पर कितना कर्ज पहले से ही है, इसकी भी समीक्षा की जाएगी। पाकिस्तान ने दूसरे देशों से कितना और किन शर्तों पर उधार ले रखा है, हम इसकी भी जांच करेंगे।‘
बता दें कि अमेरिका पहले से ही पाकिस्तान की बदहाल आर्थिक हालात के लिए चीन को जिम्मेदार ठहरा रहा है। हालांकि, चीन के कर्ज में डूबे पाकिस्तान के लिए चीन कह चुका है कि पाक पर कर्ज के लिए कभी भी चीन ने दबाव नहीं बनया। पाकिस्तानी और अमेरिकी मीडिया में भी विशेषज्ञ कह रहे हैं कि पाकिस्तान को कर्ज देने के मामले में अमेरिका काफी सख्ती दिखा सकता है। अमेरिका की तरफ से पाकिस्तान की कर्ज की मांग पर कहा गया, ‘चीन से लिया बेहिसाब कर्ज पाकिस्तान की इस हालत के लिए जिम्मेदार है। पाकिस्तान जिस वक्त चीन से कर्ज ले रहा था तो उसने सोचा कि इससे देश के आर्थिक हालात सुधरेंगे और उसे कर्ज चुकाने में आसानी होगी। हकीकत यह है कि इससे हालात और बेकाबू हो गए और कर्ज चुकाना अब लगभग नामुमकिन है।‘