नई दिल्ली: इस साल दीपावली को लेकर लंबे समय से आशंका चल रही थी कि आखिर कब होगी दीपावली। विद्वानों को इसपर कई तरह की आशंका थी। फिलहाल दीपावली का पर्व 31 अक्टूबर को मनाया जाएगा, क्योंकि अमावस्या तिथि उसी दिन प्रदोष काल में रहेगी, जिसे लक्ष्मी पूजा के लिए सबसे शुभ समय माना जाता है।विशेषज्ञों ने स्पष्ट किया है कि 1 नवंबर को अमावस्या सूर्यास्त के तुरंत बाद समाप्त हो जाएगी, जिससे पूजा और अनुष्ठान का समय सीमित रहेगा। इस कारण मुख्य पर्व 31 अक्टूबर को ही मनाने का निर्णय लिया गया है।
शुभ मुहूर्त का क्या है समय
लक्ष्मी पूजा का शुभ मुहूर्त 31 अक्टूबर की शाम 6:30 बजे से रात 8:30 बजे तक रहेगा। इसी समय में पूजा करना सबसे फलदायी माना जाता है। इस अवसर पर व्यापारी भी अपने बही-खातों की पूजा करते हैं, जिसे नए वित्तीय वर्ष की शुरुआत का प्रतीक माना जाता है।
शुरु हो गई है तैयारियां
दीपावली का त्योहार पूरे देश में विशेष उत्साह और उमंग के साथ मनाया जाता है। यह पर्व मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा के लिए समर्पित है, जिन्हें क्रमशः धन, समृद्धि और बुद्धि का प्रतीक माना जाता है। इस दिन लोग अपने घरों और कार्यालयों की सफाई और सजावट करते हैं, ताकि मां लक्ष्मी का स्वागत किया जा सके। दीप जलाने और रंगोली बनाने की परंपरा भी दिवाली का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो अंधकार पर प्रकाश की जीत का प्रतीक है।
दीपावली न केवल धार्मिक बल्कि सांस्कृतिक और सामाजिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है। परिवार और मित्रों के साथ मिठाइयां बांटने, उपहार देने और खुशियों को साझा करने की यह परंपरा रिश्तों को और प्रगाढ़ बनाती है। इस साल की दीपावली का पर्व एक बार फिर बुराई पर अच्छाई और अंधकार पर प्रकाश की जीत का संदेश लेकर आ रहा है। अब जब तिथि की पुष्टि हो चुकी है, लोग तैयारियों में जुट गए हैं, ताकि यह पर्व उल्लासपूर्ण और यादगार बन सके।