मुंबई। शेयर बाजार में बड़ी गिरावट का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। शुक्रवार को भी तेल विपणन कंपनियों (ऑइल मार्केटिंग कंपनीज) ने बाजार में हाहाकार मचा दिया। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के 31 शेयरों के सूचकांक सेंसेक्स ने 792.17 अंक का गोता लगा दिया, यानी 2.25% की गिरावट के साथ यह 34,376.99 अंक पर बंद हुआ। वहीं, नैशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के 50 शेयरों का सूचकांक निफ्टी 335.50 अंक यानी 3.17% टूटकर 10,263.75 पर बंद हुआ। बाजार में बिकवाली का आलम यह था कि बीएसई में लिस्टेड 70.12 प्रतिशत यानी 1950 शेयर टूटकर बंद हुए जबकि महज 25.21 प्रतिशत यानी 701 शेयर हरे निशान पर कायम रह सके। वहीं, एनएसई पर 1,359 शेयर लाल निशान में बंद हुए जबकि महज 402 शेयर बढ़त के साथ बंद होने में कामयाब हो सके। इसी तरह, सेंसेक्स के 31 शेयरों में महज 4 शेयर बढ़त के साथ बंद हुए जबकि 27 शेयरों के भाव गिर गए। वहीं, निफ्टी के 42 शेयर लाला निशान में बंद हुए जबकि महज 8 शेयर मजबूती के साथ बंद हो पाए।
सेंसेक्स पर सबसे ज्यादा टूटनेवाले शेयरों में ओएनजीसी (15.93%), रिलायंस (6.31%), अडानी पोर्ट्स (5.36%), एसबीआई बैंक (4.73%), भारती एयरटेल (4.27%), मारुति (4.18%), यस बैंक (4.16%) जबकि निफ्टी पर सबसे ज्यादा गिरनेवाले शेयरों में हिंदुस्तान पेट्रोलियम (24.50%), बीपीसीएल (19.60%), आईओसी (16.25%), ओएनजीसी (14.68%), गेल (10.30%), बजाज फाइनैंस (9.83%), रिलायंस (6.53%), इंडियाबुल्स हाउसिंग फाइनैंस (6.33%), अडानी पोर्ट्स (6.01%), जील (5.38%) शामिल रहे। गौरतलब है कि कच्चे तेल की बढ़ती कीमतें, रुपये के लगातार नए निचले स्तर पर गिरने और बॉन्ड यील्ड्स में बढ़ोतरी जैसी वजहों से निवेशकों में भगदड़ मची है। डॉलर के मुकाबले रुपया लगातार तीन दिनों से कमजोरी का नया रेकॉर्ड बना रहा है। शुक्रवार को भी यह शुरुआती कारोबार में डॉलर के मुकाबले छह पैसे की मजबूती के साथ 73.52 पर खुला, लेकिन जल्द ही यह 74 के नए निचले स्तर पर आ गया। गुरुवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 24 पैसे यानी 0.33% टूटकर 73.58 के रिकॉर्ड निचले स्तर पर बंद हुआ था।