नई दिल्ली,१७ जून । छोटा पैक सस्ता समझकर खरीद रहे हैं तो हक़ीक़त जानकर आपको झटका लगेगा। पिछले एक साल में रोजमर्रा के उत्पाद बनाने वाली (एफएमसीजी) कंपनियों ने पैकेटबंद उत्पादों के दाम १० फीसदी बढ़ा दिये हैं। साथ ही इनका वजन भी १५ फीसदी घटा दिया है। इससे उपभोक्ताओं पर महंगाई की दोहरी मार पड़ रही है। केंटर की शोध रिपोर्ट में यह बात सामने आई है।
केंटर ने अपने जून एफएमसीजी पल्स अपडेट में कहा कि एफएमसीजी की औसत प्रति किलोग्राम कीमत १०.१ फीसदी बढ़ गई, जबकि औसत पैक आकार लगभग १५ फीसदी कम हो गया। यह लागत बचाने के लिए कंपनियों द्वारा उत्पाद बेचने की नई रणनीति को दर्शाता है। इसमें कंपनियां कच्चे माल की ऊंची लागत का सारा बोझ उपभोक्ताओं पर डाल रही हैं। वहीं कंपनियों की कमाई बढ़ रही है।
