नई दिल्ली ,१२ अक्टूबर । इंटरनेशनल क्रिकेट काऊंसिल ने मैच फिक्सिंग पर कड़ा एक्शन लिया है। आईसीसी ने यूएई के घरेलू क्रिकेटर मेहरदीप छावकार पर १४ साल के लिए प्रतिबंध लगा दिया है। इस पर २०१९ में यूएई और जिम्बाब्वे के बीच हुई सीरीज और इसी साल कैनेडा की टी२० लीग में मैच फिक्स करने के आरोप थे। सुनवाई के दौरान ट्रिब्यूनल ने मेहरदीप को आईसीसी और क्रिकेट कैनेडा के एंटी करप्शन कोड के सात उल्लंघन का दोषी पाया। इससे पहले, आईसीसी ने छावकार से जुड़े इस मामले में यूएई के २ क्रिकेट खिलाडिय़ों को एंटी करप्शन कोड के उल्लंघन के तहत प्रतिबंधित किया था। छावकार बतौर विकेटकीपर बल्लेबाज, यूएई के कई शीर्ष क्रिकेट क्लब की तरफ से खेल चुके हैं। छावकर ने अपने ऊपर लगे मैच फिक्सिंग के सभी आरोपों से इनकार किया था। उन्हें एक खिलाड़ी को जानबूझकर खराब प्रदर्शन करने के लिए प्रभावित करने के दो मामलों और एंटी करप्शन कोड के दो मामलों के उल्लंघन का दोषी पाया गया। इतना ही नहीं, उन्हें मैच फिक्सिंग को लेकर लगे आरोपों की जांच में सहयोग नहीं करने का भी दोषी पाया गया। इसी कारण से आईसीसी ने इतनी कड़ी कार्रवाई की।
आईसीसी की इंटीग्रिटी यूनिट के जनरल मैनेजर एलेक्स मार्शल ने कहा कि मेहरदीप छावकर २०१८ में यूएई में एक टूर्नामेंट के आयोजन के बाद से ही जांचकर्ताओं की नजर में आ गए थे। इस टूर्नामेंट में भी हमें करप्शन की जानकारी मिली थी। इसके बाद से ही आईसीसी की एंटी करप्शन यूनिट की छावकर पर नजर थी। इसके बाद, उन्होंने २०१९ में यूएई-जिम्बाब्वे सीरीज में मैच फिक्स करने की कोशिश की। ऐसे में उनके खिलाफ जो इतनी कड़ी कार्रवाई की गई है, वो यह बताता है कि छावकर २०१८ के बाद भी क्रिकेट को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहे थे।
