टोरंटो ,०९ नवंबर । मैक्सिको और यूएसए में फीफा विश्व कप के २०२६ संस्करण के लिए भारतीय टीम की यात्रा नवंबर २०२३ में शुरू होगी, जिसमें ४८-टीम टूर्नामेंट सभी संघों में टीमों को अधिक अवसर प्रदान करेगा, जिसमें एएफसी देशों के लिए आठ सीधे स्थान उपलब्ध होंगे और बाकी फीफा प्ले-ऑफ टूर्नामेंट के माध्यम से आगे बढ़ेंगे।
सुनील छेत्री ने कहा, जब ऐसा होगा तो पूरा देश खुशी से पागल हो जाएगा। एक भारतीय के रूप में यह मेरे जीवन के सबसे अच्छे दिनों में से एक होगा। उस दिन को लेकर मेरे बहुत सारे सपने हैं। यह बहुत बड़ा होने वाला है। मेरे जैसे बहुत से लोग हैं जो उस दिन को देखने के लिए इंतजार नहीं कर सकते हैं और मुझे उम्मीद है कि यह हमारे लिए जल्द ही आएगा।
छेत्री, जिनके पास भारत के लिए सर्वकालिक गोल स्कोरिंग और कैप रिकॉर्ड दोनों हैं। वैश्विक शोपीस तक पहुंचने के उनके नए प्रयास का एक अभिन्न अंग बने रहेंगे। यह एक ऐसी उपलब्धि जिसे दुनिया के दूसरे सबसे अधिक आबादी वाले देश ने अभी तक हासिल नहीं किया है।
उस राह पर पहला कदम एएफसी क्वालीफाइंग के दूसरे दौर में आता है, जहां भारत को ग्रुप ए में रखा गया है और उसका सामना २०२२ विश्व कप के मेजबान कतर, कुवैत और अफगानिस्तान से होगा जिन्होंने पहले दौर में मंगोलिया को दो चरणों में हराया था।
तीसरे दौर में आगे बढऩे के लिए, जहां से एएफसी के आठ प्रत्यक्ष योग्यता स्थानों में से छह का फैसला किया जाएगा। ब्लू टाइगर्स को अपने चार-टीम वर्ग के शीर्ष दो में समाप्त करने की आवश्यकता है, जिसमें छह मैचों में से पहला मुकाबला १६ नवम्बर को कुवैत के खिलाफ बाहरी मैच के साथ आएगा।
भारत जो वर्तमान में फीफा पुरुषों की विश्व रैंकिंग में १०२वें स्थान पर है। इस टीम के मुख्य कोच इगोर स्टिमैक हैं।
