चंडीगढ़। हरियाणा में पूरे 22 साल बाद बुधवार को छात्रसंघ चुनाव हो रहे हैं। राज्य में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच सुबह करीब नौ बजे से कॉलेजों में मतदान शुरू हो गया है। इस छात्रसंघ चुनाव पर हाई कोर्ट की भी नजर है और शाम तक वोटिंग होने के बाद हाई कोर्ट के फैसले के बाद परिणाम सामने आएंगे। इनसो, एनएसयूआई और एसएफआई जैसे छात्र संगठन चुनाव का विरोध कर रहे हैं। प्रदेश भर की यूनिवर्सिटी और कॉलेज में छात्र संघ चुनाव की प्रक्रिया के बाद बुधवार को चुनाव हो रहे हैं। इसमें पहले कक्षा प्रतिनिधि चुने जाएंगे। इसके बाद छात्र संघ अध्यक्षों का चुनाव होगा। बता दें, एबीवीपी को छोड़कर सभी छात्र संगठन अप्रत्यक्ष चुनाव का विरोध कर रहे हैं। 293 कॉलेजों के करीब साढ़े चार लाख स्टूडेंट्स इसमें मतदान करने वाले हैं।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने प्रदेश में छात्र संघ चुनावों के बहिष्कार के विभिन्न संगठनों के निर्णय को ढोंग बताया है। इस पूरी चुनाव प्रक्रिया की विडियो रिकॉर्डिंग करवाई जाएगी और कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच पूरे चुनाव संपन्न होंगे। संगठनों के विरोध के चलते शांतिपूर्ण चुनाव करवाना और भी बड़ी चुनौती होगा। प्रदेश संगठन मंत्री श्याम सिंह राजावत ने कहा कि छात्र संघ चुनाव लड़ना छात्रों का लोकतांत्रिक अधिकार है, लेकिन जिस तरह से कुछ छात्र संगठनों ने लोकतंत्र के इस उत्सव का बहिष्कार के नाम पर अराजकता फैलाई, वह बहुत ही निंदनीय है।