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हमें खिलाडिय़ों पर भरोसा करने की जरूरत : पांड्या

मोहाली ,२३ सितंबर। भारत के हरफनमौला खिलाड़ी हार्दिक पांड्या ने २० सितंबर को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चार विकेट की करारी हार के बाद कहा है कि टीम को अपने खिलाडिय़ों पर भरोसा जताना होगा।
उल्लेखनीय है कि भारत को अगले महीने होने वाले टी२० विश्व कप २०२२ में २३ अक्टूबर को अपना अभियान शुरू करना है, लेकिन पिछले कुछ मैचों के नतीजे टीम के लिये चिंताजनक रहे हैं। भारत ने जसप्रीत बुमराह की अनुपस्थिति में अपने पिछले चार में से तीन मैच डेथ ओवरों में खराब गेंदबाजी के कारण हारे हैं। मोहाली में खेले गये टी२० मैच में भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए २०८ रन बनाये थे, लेकिन गेंदबाज इस बड़े स्कोर की रक्षा नहीं कर सके।
पांड्या ने कहा,हम सभी जानते हैं कि जसप्रीत बुमराह टीम में क्या लाते हैं और वह हमारे लिए कितने महत्वपूर्ण हैं। हमारे लिये चिंतायें उभरेंगी, लेकिन हमें अपने खिलाडिय़ों पर भरोसा करना होगा। ये देश में सबसे अच्छे १५ लोग हैं, इसलिए वे टीम में हैं। जसप्रीत के वहां होने से बहुत फर्क पड़ता है, लेकिन वह एक चोट के बाद वापस आ रहा है। यह महत्वपूर्ण है कि उसे लौटने के लिए पर्याप्त समय मिले और वह खुद पर ज्यादा दबाव न डाले।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मिली हार का रंग एशिया कप में श्रीलंका और पाकिस्तान के हाथों मिली शिकस्त से मिलता है। कंगारुओं को अंतिम चार ओवर में ५५ रन चाहिये थे, लेकिन अपनी विविधता के लिये मशहूर हर्षल पटेल की वापसी के बावजूद भारत डेथ ओवरों में रनगति पर लगाम नहीं लगा सका और चार गेंदें रहते हुए हार गया। पांड्या ने कहा, हम एक टीम के रूप में बेहतर होना चाहते हैं। हारना आपको बहुत कुछ सिखाता है। हम एक प्रक्रिया पर चलने वाली टीम हैं और जब तक विश्व कप आएगा, हम अपनी प्रक्रियाओं को बेहतर बनाएंगे और देखेंगे कि हम कहां सुधार कर सकते हैं। मैं खिलाडिय़ों के बारे में बहुत आश्वस्त हूं। एकाध मैचों के नतीजे ज्यादा कुछ नहीं बदलते हैं। पांड्या ने अंतिम ओवरों की गेंदबाजी पर कहा, हम किसी एक पर इलजाम नहीं रख सकते। यह एक खेल है। यह द्विपक्षीय सीरीज है, हमें दो और मैच मिलेंगे और हम बेहतर खेलने की कोशिश करेंगे। पांड्या का फॉर्म में लौटना हालांकि भारत के लिए काफी सकारात्मक था।
पहले टी२० में ३० गेंदों पर नाबाद ७१ रन बनाने वाले पांड्या ने अपनी बल्लेबाजी को लेकर कहा,मैं नंबर पांच पर अपनी भूमिका देखता हूं। मुझे पांच पर बल्लेबाजी करने के लिए कहा गया है। इसमें कोई रॉकेट साइंस नहीं है। मुझे जहां भी और जब भी बल्लेबाजी करने का मौका मिलता है, मैं इसका आनंद लेता हूं। बल्लेबाजी मेरे दिल के बहुत करीब है, इसलिए मुझे जितनी गेंदें मिलें, मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। अगर मुझे १० गेंदें बल्लेबाजी करने को मिलती हैं, तो वह भी ठीक है। उन्होंने कहा, मुझे पता है कि मेरे पास हाल ही में बहुत अच्छे दिन रहे हैं, लेकिन मेरे अच्छे दिनों में भी मेरा ध्यान इस बात पर है कि मैं कैसे बेहतर हो सकता हूं। आज मेरा खेल अच्छा था लेकिन यह मैच खत्म हो गया है। मुझे अगले मैच के लिए तैयार रहना होगा और सुनिश्चित करना होगा कि मैं कुछ नया करने के लिए तैयार हूं।

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