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वनडे धीमी मौत मर रहा है लेकिन टेस्ट क्रिकेट अभी भी मज़बूत : उस्मान ख़्वाजा

मेलबोर्न, २३ जुलाई। ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज उस्मान ख़्वाजा के अनुसार वनडे क्रिकेट एक धीमी मौत मर रहा है। उनके लिए बेन स्टोक्स का वनडे क्रिकेट से संन्यास लेना कोई आश्चर्य वाली बात नहीं है। ३१ वर्षीय खिलाड़ी बेन स्टोक्स ने वनडे क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। बेन स्टोक्स ने क्रिकेट अधिकारियों को खिलाडिय़ों के साथ गाड़ी जैसा व्यवहार ना करने का आग्रह किया और उम्मीद जताई है कि उनके वनडे अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने के निर्णय से सब सचेत होंगे। स्टोक्स के अनुसार अभी काफ़ी ज़्यादा क्रिकेट खेला जा रहा है, इससे किसी भी खिलाड़ी के लिए तीनों फ़ॉर्मेट में खेलना काफ़ी मुश्किल हो रहा है।
ऑस्ट्रेलिया के लिए टेस्ट क्रिकेट में ओपनिंग करने वाले बल्लेबाज़ उस्मान ख़्वाजा २०१९ के बाद से सीमित ओवर के क्रिकेट में शामिल नहीं हुए हैं। उनके अनुसार अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के परिमाण को देखते हुए आगे चल कर ५० ओवर क्रिकेट में भारी कटौती होगी।
यह मेरी अपनी निजी राय है। मुझे पता है कि बहुत सारे लोगों का भी यही दृष्टिकोण है। आपके पास टेस्ट क्रिकेट है, जो शिखर पर है। आपके पास टी २० क्रिकेट है, जिसमें स्पष्ट रूप से दुनिया भर में लीग हैं। हर कोई इसे देखना पसंद करता है। इन दोनों के बाद वनडे क्रिकेट है, जिसका प्रभाव कम हो रहा है। शायद यह इन तीनों फ़ॉर्मेंट में अंतिम पायदान पर है।
व्यक्तिगत रूप से मुझे ऐसा लग रहा है कि वनडे क्रिकेट धीमी मौत मर रहा है। अभी भी विश्व कप है, जो मुझे लगता है कि वास्तव में मज़ेदार है और यह देखना सुखद है लेकिन इसके अलावा व्यक्तिगत रूप से मुझे वनडे क्रिकेट उतना पसंद नहीं है।
ऑस्ट्रेलिया ने शुक्रवार को अपने गर्मियों के सीजऩ का अंतर्राष्ट्रीय कैलेंडर जारी कर दिया। इसके बाद ख़्वाजा ने वनडे क्रिकेट पर अपने विचार रखे। ख़्वाजा ने कहा कि मौजूदा समय में ऐसा नहीं है कि तीनों फ़ॉर्मेंट खेलने वाले खिलाड़ी नहीं बनाए जा सकते लेकिन यह बहुत मुश्किल काम है।
ख़्वाजा ने अनुसार, इसके लिए आपको काफ़ी यात्रा करना पड़ेगी। अगर आप तीनों फ़ॉर्मेंट खेलते हैं तो आप घर पर कभी नहीं रहते हैं। इसके अलावा आप मानसिक और शारीरिक रूप से काफ़ी थक जाते हैं।

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