नई दिल्ली,०७ जून। कोरोना काल के बाद से ही पूरी दुनिया में महंगाई का कहर बरपा हुआ है। रूस यूक्रेन युद्ध ने इस आग में घी का काम किया है। भारत में केंद्र सरकार और रिज़र्व बैंक की ओर से महंगाई से निपटने के लिए की जा रही कोशिशों के बीच महंगा कच्चा तेल मुसीबत बढ़ा सकता है। सोमवार को कच्चा तेल 121 डॉलर के पार निकल गया। रूस पर यूरोपीय यूनियन के फैसले के बाद कच्चे तेल में और तेज़ी आने की आशंका है। विशेषज्ञों का कहना है कि कच्चा तेल महंगा होता है तो भारत में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में वृद्धि का दबाव बढ़ जाता है जिससे महंगाई और भड़क सकती है।
