नई दिल्ली। सीबीआई के चीफ आलोक वर्मा क्या ‘हिले’, दिल्ली पुलिस में भी ‘भूचाल’ आने की ‘संभावना’ तेज हो गई। सूत्र कह रहे हैं कि कुछ हिस्सों में तो हलचल भी शुरू हो चुकी है। सीबीआई के डायरेक्टर आलोक वर्मा दिल्ली पुलिस के कमिश्नर रह चुके हैं। माना जाता है कि पुलिस में आज भी महत्वपूर्ण पदों पर उनके ‘मोहरे’ बैठे हैं। दिल्ली पुलिस में चर्चा है कि आलोक वर्मा की करीबी तिगड़ी लपेटे में आ सकती है। महकमे में इस तिगड़ी के बारे में सब जानते हैं। ये वर्मा के समय से अब तक सबसे ‘पावरफुल’ माने जाते हैं। किसी के पास ट्रांसफर-पोस्टिंग जैसी जिम्मेदारी है, तो किसी का करियर तेजी से ऊपर गया है। यह भी कहा जाता रहा है कि दिल्ली पुलिस में तैनात उनके रिश्तेदारों की उंगुलियां भी ‘घी’ में डूबी रही हैं। आरोप हैं कि सीबीआई में चल रही लड़ाई में दिल्ली पुलिस के कुछ मोहरों के जरिए भी ‘जासूसी’ करवाई गई है। ये आरोप सही हैं तो सीबीआई जांच प्रभावित हो सकती है।
आलोक वर्मा के सितारे गर्दिश में आते ही उनकी विरोधी ‘लॉबी’ एकाएक ऐक्टिव हो गई है। जिस समय वर्मा पुलिस कमिश्नर बनने की दौड़ में थे, उस दौरान भी दिल्ली पुलिस दो खेमों में बंटी थी। वर्मा के कमिश्नर बनते ही दूसरी लॉबी को ठिकाने लगा दिया गया। अब वह लॉबी फिर मैदान में है। देखना यह है कि मुश्किल वक्त में वर्मा की लॉबी कितनी एकजुट रह पाती है। सूत्रों का कहना है कि मौजूदा पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक ने अपने विश्वासपात्र अधिकारियों को सीबीआई में चल रही लड़ाई से दूर रहने को कह दिया है, लेकिन खबर है कि उनकी हिदायत से पहले ही कुछ मोहरे आलोक वर्मा के लिए ऐक्टिव हो गए थे, जिन पर सवाल उठने शुरू हो रहे हैं।