हैदराबाद। तेलंगाना सरकार के द्वारा जारी एक सरकारी विज्ञापन में इस्तेमाल की गई एक तस्वीर पर बवाल खड़ा हो गया है। राज्य के ही एक शादीशुदा कपल ने कथित रूप से आरोप लगाया है कि सरकारी विज्ञापन में उसके परिवार की फोटो बिना उसकी अनुमति और गलत तरीके से इस्तेमाल की गई है। तस्वीर में नजर आ रहे 32 वर्षीय नयाकुला नगाराजू और 26 वर्षीय पद्मा इस बात से दुखी हैं कि उनकी तस्वीर को रीथू भीमा (किसान बीमा योजना) और कांति वेलुगू (नेत्र जांच कार्यक्रम) नाम के एक सरकारी कार्यक्रम के विज्ञापन के लिए इस्तेमाल किया गया है।
उनका कहना है कि इसमें आपत्ति की बात ये है कि सरकारी विज्ञापन में फोटो इस्तेमाल करने से पहले उनकी अनुमति नहीं ली गई। तस्वीर में एक पुरुष, एक महिला और एक बच्चे को देखा जा सकता है। इस तस्वीर में नजर आ रही महिला का दावा है कि फोटो में उसके और बच्चे के अलावा उसके पति की जगह किसी और पुरुष को डाल दिया गया है और उसे एक परिवार की तरह दिखाया गया है। महिला ने कहा है कि इस तस्वीर से उसके परिवार का अपमान हो रहा है। बता दें कि सरकारी विज्ञापन वाली ये तस्वीर सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है। पद्मा ने कहा, ‘किसी दूसरे व्यक्ति को मेरे साथ दिखाकर उसे मेरा पति कैसे बताया जा सकता है। लोग हमारे ऊपर हंस रहे हैं। मेरे ससुराल वाले और रिश्तेदारों को हमारे कारण शर्म और अपमान झेलना पड़ रहा है।’ बताया जाता है कि यह परिवार सूर्यापेट के कोडाड से संबंध रखता है। 15 अगस्त को रिथू भीमा (किसान बीमा) और कांति वेलुगू (नेत्र जांच कार्यक्रम) के लांच के मौके पर राज्य के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने मीडिया में पूरे पेज का एक प्रिंट विज्ञापन जारी किया था।
जहां कुछ अखबारों में पद्मा, उसके पति और उनकी बेटी को एक खुशहाल परिवार की तरह दिखाया गया है, वहीं कुछ अन्य अखबारों में विज्ञापन की तस्वीर पर उसके पति की जगह किसी और शख्स को दिखाया गया है। टीओआई से बात करते हुए नागाराजू ने कहा, ‘तीन साल पहले कुछ लोगों ने उसे लोन दिलाने का झांसा देकर कहा कि वह अपने परिवार की तस्वीर का इस्तेमाल सरकारी तस्वीर में करने दे। बाद में हमने देखा कि विज्ञापन में हमारे परिवार को गरीबी में दिखाया गया। जब गुस्से में उसने सरपंच से इसकी शिकायत की तो उसका कोई फायदा नहीं हुआ। अब हमें समझ में नहीं आ रहा है कि मैं किसे संपर्क करूं।’ उसने कहा, ‘अब ये नई मुसीबत है कि हमारी फोटो को किसी दूसरे संदर्भ में इस्तेमाल किया गया है। हमारे पास अपनी जमीन भी नहीं है। फिर किसानों के लिए इस सरकारी कार्यक्रम के लिए हमें कैसे चुना जा सकता है। इधर पद्मा ने भी अपना गुस्सा जाहिर किया है। उसने कहा कि वे सरकार से इसके लिए मुआवजा चाहती है।’ टीओआई से बात करते हुए सूचना व जनसंपर्क आयुक्त अरविंद कुमार ने कहा कि हमारे विभाग ने जांच शुरू कर दी है। एजेंसियों को जवाब नोटिस जारी किया गया है। जिम्मेदार एजेंसी के खिलाफ कड़े एक्शन लिए जायेंगे।