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विकास के साथ पर्यावरण संरक्षण के लिए मोदी ने दिया ‘वन वर्ल्ड, वन सन और वन ग्रिड’ का मंत्र

देहरादून संयुक्त राष्ट्र द्वारा’चैंपियन ऑफ द अर्थ’ के टाइटल से सम्मानित पीएम नरेंद्र मोदी ने ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए ‘वन वर्ल्ड, वन सन और वन ग्रिड’ का नारा दिया है। रविवार को उत्तराखंड इन्वेस्टर्स समिट के उद्घाटन के लिए देहरादून पहुंचे पीएम ने अपने संबोधन में बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि हमारी सरकार ने साल 2022 तक देश में 175 गीगावॉट अक्षय ऊर्जा के निर्माण का लक्ष्य निर्धारित किया है और देश रिन्यूएबल एनर्जी के क्षेत्र में ग्लोबल लीडर बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। पीएम ने कहा कि आज सारी दुनिया में विकास के साथ पर्यावरण संरक्षण भी एक प्रमुख जरूरत बन गया है, ऐसे में भारत ने इसके लिए सारी दुनिया को ‘वन वर्ल्ड, वन सन और वन ग्रिड’ का नारा दिया है। बता दें कि पीएम मोदी ने यह ऐलान उस वक्त किया है, जबकि उन्हें हाल ही में संयुक्त राष्ट्र के सर्वोच्च पर्यावरण पुरस्कार ‘चैंपियंस ऑफ अर्थ अवॉर्ड’ से नवाजा गया है।

प्रधानमंत्री मोदी को अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन की पैरवी के लिए अग्रणी कार्यों और 2022 तक एकल उपयोग वाली सभी तरह की प्लास्टिक को भारत से हटाने के संकल्प के लिए संयुक्त राष्ट्र पुरस्कार दिया गया है। ऐसे में पीएम मोदी ने आज अपने संबोधन में एक बार फिर पूरी दुनिया के बीच वैश्विक एकता और सौर गठबंधन का संदेश देने की कोशिश की। इस खास समारोह के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने यहां मौजूद कई उद्यमियों को संबोधित भी किया। देहरादून के प्रसिद्ध रायपुर मैदान में अपने संबोधन की शुरुआत करते हुए पीएम ने यहां पहुंचे तमाम अतिथियों का स्वागत किया और फिर राज्य को निवेश की संभावनाओं के लिहाज से बेहद अनुकूल बताते हुए सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत की सरकार की तारीफ भी की। अपने संबोधन में पीएम ने कहा कि आज उत्तराखंड में तमाम औद्योगिक समूहों के लोग उस वक्त इकट्ठा हुए हैं, जबकि सारा हिंदुस्तान परिवर्तन के एक बड़े दौर से गुजर रहा है। देश में परिवर्तन की अपार संभावनाएं जन्मी हैं और आने वाले वक्त में कई बड़े काम होने जा रहे हैं। ऐसे में दुनिया की तमाम बड़ी संस्थाएं यह मान रही हैं कि भविष्य में 80 करोड़ युवाओं वाला हमारा देश सारी दुनिया की तरक्की के लिए एक ग्रोथ इंजन के रूप में प्रशस्त होगा। इस नए भारत के विकास में उत्तराखंड की एक बड़ी भूमिका है, ऐसे में राज्य की तरक्की के लिए यहां निवेशक सम्मेलन जैसे आयोजन कराए गए हैं।

पीएम मोदी ने उत्तराखंड को निवेश के लिए अनुकूल बताते हुए कहा कि आज का उत्तराखंड युवा और असीम ऊर्जा से भरा हुआ है। ऐसे में विकास की संभावनाओं को देखते हुए यहां की त्रिवेंद्र सरकार ने विकास के लिए कई कदम उठाए हैं। निवेशकों को भरोसा दिलाते हुए उन्होंने कहा कि राज्य में ऑनलाइन क्लियरेंस की व्यवस्था की जा रही है, जिससे कि निवेशकों को परेशानियों का सामना ना करना पड़े। इसके अलावा राज्य में पर्यटन क्षेत्र की असीम संभावना को देखते हुए पहली बार 13 नए पर्यटन स्थलों के विकास की पहल की गई है। निवेशक सम्मेलन में केंद्र की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए पीएम ने कहा कि सरकार बनने के बाद से हमनें देश में टैक्स प्रणालियों में सुधार किया है और आने वाले वक्त में इसे और पारदर्शी बनाए जाने के लिए काम किया जा रहा है। साथ ही देश में एविएशन सेक्टर के विकास के लिए करीब 100 नए एयरपोर्ट और हेलिपैड बनाने की दिशा में भी काम किया जा रहा है। वहीं कई शहरों में मेट्रो रेल, हाई स्पीड रेल प्रॉजेक्ट समेत बड़ी योजनाओं का संचालन किया जा रहा है।

आयुष्मान भारत योजना की तारीफ करते हुए पीएम ने कहा कि नई स्वास्थ्य बीमा योजना से देश के 50 करोड़ लोगों को लाभ हो सकेगा। इसके साथ ही देश में कई मध्यम और बड़े अस्पतालों की स्थापना से मेडिकल और फार्मा सेक्टरों में रोजगार के साधन विकसित होंगे। पीएम ने कहा कि पिछले एक साल के भीतर केंद्र की सरकार ने आधारभूत ढांचे को मजबूत करने के लिए कई काम किए हैं और इसी के क्रम में हर रोज करीब 27 किमी सड़क का निर्माण किया गया है। पीएम ने कहा कि मौजूदा सरकार में हर रोज करीब 27 किमी सड़क का निर्माण हुआ है, जो कि पिछली सरकार के मुकाबले दो गुना है। भारत अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में दुनिया भर का लीडर बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है, इस क्रम में 2022 तक 175 गीगावॉट रिन्यूएबल एनर्जी पैदा करने का लक्ष्य रखा गया है।

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