औरंगबाद में एक संक्षिप्त पत्रकार वार्ता में जब उनसे पूछा गया कि क्या अब भी लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ कराने की संभावना है, ओपी रावत ने कहा, ‘कोई चांस नहीं’। आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव अगले साल अप्रैल-मई में प्रस्तावित हैं। इस साल मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान और मिजोरम में विधानसभा चुनाव होने हैं। पिछले दिनों बीजेपी की तरफ से गाहे-बेगाहे एक देश एक चुनाव का जिक्र छेड़ा गया। इसके बाद अटकलें लगाई जा रही थीं कि क्या लोकसभा चुनावों को पहले खिसका कर इन राज्यों के चुनाव भी साथ कराए जाएंगे। हालांकि बीजेपी ने कहा है कि एक देश एक चुनाव का उसका प्रस्ताव लंबी अवधि का लक्ष्य है और पार्टी इसे तुरंत लागू करने के लिए दबाव नहीं डाल रही।
