अहमदाबाद। गुजरात के अहमदाबाद में एक अजीब मामला सामने आया है। यहां एक व्यक्ति ने साबरमती रिवरफ्रंट के पास की सरकारी जमीन गिरवी रख दी। यह जमीन नगर निगम की है और मुंबई के रहने वाले इस व्यक्ति ने इसी जमीन पर एक राष्ट्रीय बैंक से 45 करोड़ रुपये का लोन ले लिया। मामला सामने आने के बाद विभाग की तरफ से एफआईआर दर्ज कराई गई है। अधिकारियों ने बताया कि आरोपी ने नगर निगम की दस्तावेजों में हेराफेरी करवाई और जमीन को 1984 में 30 लाख रुपये में खरीदना दिखाया। पुलिस ने बताया कि मुंबई के चमनलाल अवतनी, उनकी पत्नी वनीता अवतनी, रमेशचंद्र गुलाबनी और जयेश बांकर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है।
अधिकारियों ने बताया कि अहमदाबाद महानगर पालिका (एएमसी) न तो किसी को जमीन ट्रांसफर कर सकता है न ही बेच सकता है। यह जमीन पालदी में 6,315 क्वॉयरमीटर है। राजस्व के दस्तावेजों में यह जमीन एएमसी के नाम पर दर्ज है। दस्तावेजों में हेराफेरी करके दिखाया गया कि जमीन राजेंद्र मानेकलाल पटेल की थी और उन्होंने यह जमीन अवतनी को दी थी। पुलिस ने बताया कि चमनलाल ने जो 45 करोड़ रुपये लोन लिया था वह बैंक को नहीं चुकाया। बैंक के ओर से जमीन पर कब्जा करने का प्रयास किया गया। जब बैंक के अधिकारी जमीन पर कब्जा करने पहुंचे तो मामला खुला। एफआईआर दर्ज कराने वाले अधिग्रहण इंस्पेक्टर मौलेश गोरेचा ने बताया कि चमनलाल ने यह लोन 2010 में लिया था। यह मामला सामने आने के बाद जांच के लिए एक स्पेशन टीम गठित कर दी गई है।