वॉशिंगटन,25 सितंबर। अमेरिका यात्रा पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से मुलाकात की। दोनों ने व्हाइट हाउस के ओवल ऑफिस में मीटिंग की। बाइडेन ने मोदी का काफी गर्मजोशी से स्वागत किया। दोनों नेताओं ने भारत और अमेरिका के संबंध मजबूत करने पर जोर दिया। बाइडेन ने अपने उपराष्ट्रपति कार्यकाल को याद किया, जब वे मुंबई आए थे तो वहीं मोदी ने व्यापार से लेकर कोविड-19 और जलवायु परिवर्तन से लेकर क्वॉड जैसे मसलों पर बात की। प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति से कहा- व्हाइट हाउस आकर खुश हूं। दोनों देशों के लोकतंत्र और परंपराएं दुनिया के लिए मिसाल हैं। बाइडेन का विजन हमारे लिए प्रेरक है। अमेरिका में 40 लाख भारतीय रहते हैं। यह अमेरिका को ताकत बनाने में मदद कर रहे हैं। हमें पीपुल टू पीपुल कॉन्टैक्ट को और बढ़ाना होगा। मोदी ने आगे कहा कि प्रेसिडेंट बाइडेन से 2014 और फिर 2016 में बातचीत का मौका मिला था। हम इस सदी के तीसरे दशक की शुरुआत में मिल रहे हैं। बाइडेन की लीडरशिप इस दशक को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पदभार संभालने का बाद आपने कोविड, जलवायु परिवर्तन और क्वाड जैसे मसलों पर ध्यान दिया। महात्मा गांधी हमेशा कहते थे कि हम इस प्लेनेट के ट्रस्टी हैं। यह भावना ही भारत-अमेरिका के बीच संबंध मजबूत करेगी। भारत-अमेरिका के बीच ट्रेड का अपना महत्व है। इस दशक में ट्रेड के क्षेत्र में हम एक-दूसरे को मदद कर सकते हैं। बहुत सी ऐसी चीजों की भारत को जरूरत है, जो अमेरिका के पास हैं। बहुत सी चीजें भारत के पास हैं, जो अमेरिका के काम आ सकती हैं।भारत और अमेरिका के संबंधों में ट्रांसफॉर्मेटरी आ रही है। हम लोकतांत्रिक परंपराओं और मूल्यों के लिए हम समर्पित हैं। बाइडेन ने कहा कि मुझे विश्वास है अमेरिका-भारत संबंध कई वैश्विक चुनौतियों का समाधान करने में मदद कर सकते हैं।2006 में मैंने कहा था कि 2020 तक भारत-अमेरिका दुनिया के सबसे करीबी देश होंगे।बाइडेन ने अपनी मुंबई विजिट को याद किया। उस समय वे अमेरिका के उप राष्ट्रपति थे। बाइडेन ने मजाक में कहा कि मुंबई में उनके रिश्तेदार हैं। उन्हें मुंबई से एक व्यक्ति का खत मिला था, जिसका नाम बाइडेन था। दोनों देश के बीच संबंधों को मजबूत करने, स्वतंत्र और खुले हिंद-प्रशांत को बनाए रखने, कोविड-19 और जलवायु परिवर्तन तक हर चीज से निपटने के लिए तत्पर हूं।
