काबुल,8 सितंबर। तालिबानी सरकार में शिक्षा मंत्री बनाए गए शेख मौलवी नूरुल्लाह मुनीर ने कहा है कि पीएचडी या मास्टर डिग्री की कोई वैल्यू नहीं है। मुल्लाओं और सत्ता में शामिल तालिबानी नेताओं के पास भी ये डिग्रियां नहीं हैं, यहां तक कि उनके पास तो हाईस्कूल की डिग्री भी नहीं है, लेकिन फिर भी वे ताकतवर हैं। अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पर कब्जा करने के तीन हफ्ते बाद तालिबान मंगलवार शाम को अपनी सरकार का ऐलान कर रहा था। इसी दौरान हेरात में तालिबान विरोधी प्रदर्शन चल रहे थे। इसे रोकने के लिए तालिबान ने फायरिंग की, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई और 8 जख्मी हो गए। इससे पहले दोपहर में काबुल में निकाली जा रही पाकिस्तान विरोधी रैली में भी तालिबान ने हवाई फायरिंग की थी। राहत की बात ये रही कि इसमें किसी की मौत नहीं हुई। हालांकि ऐसी तस्वीरें सामने आई हैं, जिनमें प्रदर्शनकारियों पर तालिबानी बंदूकें ताने दिख रहे हैं, लेकिन लोग डरने के बजाय आतंकियों की आंख में आंख डाले नजर आ रहे हैं।
उधर तालिबानी सरकार के ऐलान के कुछ घंटे बाद ही अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने चीन पर निशाना साधा। बाइडेन ने कहा है कि तालिबान के साथ चीन की असली समस्या है, इसलिए वह तालिबान के साथ कुछ समझौता करने की कोशिश करेगा, ये बात हम अच्छी तरह जानते हैं। पाकिस्तान, रूस और ईरान ने भी ऐसा ही किया है और ये सभी देश अब इसमें जुटे हैं कि आगे क्या करना है। बाइडेन ने कहा कि अब ये देखना दिलचस्प होगा कि आगे क्या होता है।
