वाशिंगटन। आतंकवाद को लेकर अंतरराष्ट्रीगय स्तमर पर तमाम आलोचनाओं के बावजूद पाकिस्तान में इन समूहों की गतिविधियों पर लगाम लगती नहीं दिख रही। अमेरिका कई मौकों पर पाकिस्ताान को इसे लेकर फटकार लगा चुका है। आतंकवाद के खिलाफ ‘पर्याप्ता कार्रवाई’ नहीं करने पर अमेरिका ने पाकिस्ताकन को दी जाने वाली आर्थिक सहायता भी रोक दी, इसके बावजूद देश में इन आतंकी गतिविधियों पर लगाम नहीं लग रही। पाकिस्ता न में आतंकी गतिविधियों पर कड़ा ऐतराज जताते हुए अमेरिका ने एक बार फिर उसे चेताया है। राष्ट्रतपति डोनाल्डत ट्रंप के प्रशासन में वरिष्ठर अधिकारी ने पाकिस्ता्न में चरमपंथ को लेकर कड़ी टिप्पिणी की है। उनकी यह टिप्पकणी ऐसे समय में आई है, जबकि पाकिस्तासन में इमरान खान की अगुवाई में नई सरकार का गठन हुआ है।
ट्रंप प्रशासन में प्रिंसिपल डिप्टी असिस्टेंट सेक्रेटरी एलिस वेल्सब ने हालांकि पड़ोसी देशों के साथ संबंध सुधारने के पाकिस्तािन के नए प्रधानमंत्री के बयान का स्वासगत किया, पर उन्होंने पाकिस्तान में आतंकी समूहों की सक्रियता को लेकर चिंता जताई। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि वहां अब भी आतंकियों के सुरक्षित पनाहगाह मौजूद हैं और अमेरिका एक बार फिर पाकिस्ताान सरकार से इनके खिलाफ कार्रवाई की अपील करता है। ट्रंप प्रशासन की वरिष्ठक अधिकारी की यह टिप्पइणी संवाददाताओं के सवाल के जवाब में आई, जिसमें उनसे पूछा गया था कि क्याट अमेरिका को लगता है कि हक्का नी नेटवर्क और तालिबान जैसे आतंकी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई की उसकी मांग पर पाकिस्ताान ने कोई प्रगति की है? इसके जवाब में उन्हों ने दो टूक कहा कि वहां अब भी आतंकी समूहों के सुरक्षित ठिकाने मौजूद हैं।