श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में नैशनल कॉन्फ्रेंस के तीन कार्यकर्ताओं पर आतंकी हमला हुआ, जिसमें दो की मौत हो गई। वहीं एक गंभीर रूप से घायल है। घटना श्रीनगर के करफली मोहल्ले की है। यहां एक संकरी गली में हमलावरों ने खुलेआम फायरिंग करते हुए निहत्थे कार्यकर्ताओं को अपना निशाना बनाया। जम्मू-कश्मीर पुलिस इलाके में सर्च ऑपरेशन कर रही है। श्रीनगर के एसएसपी इम्तियाज इस्माइल परे ने कहा, ‘दो लोग मारे गए हैं जो किसी राजनीतिक पृष्ठभूमि से ताल्लुक रखते थे। हम और जानकारी पता लगा रहे हैं। बताया जा रहा है कि दहशतगर्दों ने खुलेआम फायरिंग करके लोगों को निशाना बनाया।’
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नैशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट कर कहा है कि पार्टी वर्कर शकील अहमद इस घटना में जख्मी हुए हैं और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मैं उनके जल्द ठीक होने की कामना करता हूं। इस कठिन वक्त में नजीर, मुश्ताक और शकील के परिजनों को मजबूत होने की जरूरत है। बता दें कि 8 अक्टूबर को यहां पंचायत चुनाव के पहले चरण के लिए वोट डाले जाने हैं। जम्मू-कश्मीर में 13 साल बाद हो रहे शहरी निकाय चुनाव में आतंकी हमले का खतरा पहले से ही मंडरा रहा था। इस चुनाव में पीडीपी और नैशनल कॉन्फ्रेंस ने आर्टिकल 35A को लेकर चुनाव का बहिष्कार किया है, लेकिन कांग्रेस और बीजेपी ने ज्यादातर जगहों पर अपने प्रत्याशी उतारे हैं। दोनों पार्टियों ने ऐसी सीटों पर दावेदारी पेश नहीं की है जहां ज्यादा गंभीर धमकी दी गई है। 8 अक्टूबर से होने वाले शहरी स्थानीय निकाय चुनाव 16 अक्टूबर तक चार चरणों में होंगे, जबकि पंचायत चुनाव 17 नवंबर से 11 दिसंबर तक नौ चरणों में होंगे। पंचायत चुनाव आखिरी बार 2011 में हुए थे। एक सीनियर पुलिस अधिकारी ने बताया कि केंद्र 400 अतिरिक्त कंपनियां भेज रहा है लेकिन फिर भी हर एक प्रत्याशी को सुरक्षा दे पाना मुमकिन नहीं। करीब 30 प्रत्याशियों को खतरा है। उधर, अलगाववादियों ने शहरी स्थानीय निकाय चुनावों के विरोध में कश्मीर में 8 अक्टूबर को बंद बुलाया है। उन्होंने लोगों से खुद को 8, 10, 13 और 16 अक्टूबर को होने वाले चुनाव से अलग रखने के लिए कहा है।