पटना। गांधी सभागार खचाखच भरा हुआ था।जेडीयू के छात्र विंग को बिहार के सीएम नीतीश कुमार संबोधित करने वाले थे। लेकिन किसी को ये नहीं पता था कि अगले पल कुछ ऐसा होने वाला है जिसकी वजह से सभा के रंग में भंग पड़ जाएगा। छात्रों के बीच से एक शख्स उठता है और वो अपनी चप्पल नीतीश कुमार को निशाना बनाकर फेंकता है। ये बात अलग है कि उस शख्स को निशाना चुकता है और चप्पल के हमले से सीएम नीतीश कुमार बच जाते हैं। इस घटना के बाद सभा का माहौल गरम हो जाता है। सीएम नीतीश कुमार को उनके सुरक्षाकर्मी अपने घेरे में ले लेते हैं और जेडीयू नेता आरोपी चंदन तिवारी की जमकर धुनाई करते हैं। पुलिस भी तुरंत सक्रिय होती है। आरोपी युवक को गांधी मैदान थाने ले जाया जाता है जहां उससे पूछताछ की गई।
नाराज युवक चंदन तिवारी औरंगाबाद जिले का रहने वाला है और अपने आपको सवर्ण सेना का सदस्य बताया। उसने कहा कि आरक्षण की वजह से योग्य लोगों को नौकरियां नहीं मिल पा रही है। बिहार सरकार इस मुद्दे पर राजनीति कर रही है मौजूदा सरकार को सवर्ण समुदाय से लेना देना नहीं है। आरोपी युवक का कहना है कि वो इस संबंध में बिहार सरकार के कई मंत्रियों के सामने अपने पक्ष को रख चुका है। लेकिन जमीन पर कुछ पुख्ता कार्रवाई होते नजर नहीं आ रही है। 2016 में पटना में एक सभा में नीतीश कुमार की सभा में एक युवक पहुंचा और उनके ऊपर चप्पल फेंकने की कोशिश की। ये बात अलग है कि वो शख्स अपने मकसद में कामयाब नहीं हो सका। बख्तियारपुर के रहने वाले उस शख्स को शिकायत थी कि नीतीश कुमार सिर्फ बड़ी बड़ी बातें करते हैं जबकि हकीकत ये है कि जनकल्याणकारी योजनाओं का फायदा आम लोगों को नहीं मिल रहा है।