नई दिल्ली। टीम इंडिया के पू्र्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का खराब फॉर्म चर्चा का विषय बना हुआ है। वह विकेट के पीछे दस्तानों के साथ तो शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन विकेट के आगे बल्ले के साथ वो उस रंग में नहीं दिखाई दे रहे हैं जिसके लिए उन्हें जाना जाता है। पिछले कुछ सालों में वनडे क्रिकेट में उनका स्ट्राइक रेट और औसत में गिरावट देखने को मिली है। ऐसे में जून 2019 में इंग्लैंड में होने वाले विश्व कप में टीम में उन्हें बनाए रखने पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। ऐसे में गौतम गंभीर से जब यह पूछा गया कि क्या धोनी को संन्यास ले लेना चाहिए क्योंकि उन्होंने टीम इंडिया का कप्तान रहते हुए ये बात सुनिश्चित की थी कि जो खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन नहीं करेगा उसे टीम से बाहर जाना होगा। इसके जवाब में गंभीर ने कहा, प्रदर्शन एक मात मानक है जिसके आधार पर खिलाड़ी टीम में बना रह सकता है। यदि आप अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहे हैं तो टीम का हिस्सा नहीं रह सकते। उम्र कोई मायने नहीं रखती है। मुझे यकीन है कि धोनी अच्छा प्रदर्शन करने की कोशिश कर रहे होंगे और अपने आलोचकों को गलत साबित करेंगे।
जब गंभीर से टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली द्वारा पत्नियों को विदेशी दौरों पर साथ रखने संबंधी बोर्ड के सामने रखे प्रस्ताव के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ये खिलाड़ियों के व्यक्तिगत निर्णय पर निर्भर करता है कि वो पूरे दौरे पर पत्नियों को साथ रखें या नहीं। यदि वो इस दौरान अच्छा प्रदर्शन करते हैं तो उन्हें ऐसा करने से कोई नहीं रोक सकता। जब गंभीर से टीम इंडिया की 2019 विश्व कप में जीत की संभावना के बारे में पूछा गया तो उन्होंने किसी भी टीम को फेवरेट नहीं बताया और कहा, भारतीय टीम फिलहाल अच्छा प्रदर्शन कर रही है लेकिन वर्तमान में आप विजेता टीम के बारे में कोई भविष्यवाणी नहीं कर सकते। इस समय दुनिया में दक्षिण अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड जैसी कई बेहतरीन टीमें हैं। ऐसे में आप किसी एक टीम को फेवरेट नहीं बता सकते।