फैजाबाद। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की मांग को लेकर आमरण अनशन पर बैठे महंत परमहंस दास ने कहा है कि जो भी मंदिर निर्माण का विरोध करेगा वह ना तो हिंदू है और ना ही कोई साधु। गुरुवार को सौ के आसपास संत भी परमहंस दास के समर्थन में पहुंचे। संतों ने वहां सभा की और राम मंदिर निर्माण को लेकर नारे लगाए। सभा में सरकार के खिलाफ संतों ने मोर्चा खोल दिया। बताते चलें कि महंत परमहंस दास पिछले चार दिनों से अनशन पर बैठे हैं। गुरुवार को राम मंदिर निर्माण और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अयोध्या आने को लेकर पीएम को पत्र लिखा गया, जिस पर संतों ने सामूहिक हस्ताक्षर भी किए। बताया गया कि यह पत्र पीएम मोदी को भेजा गया है। आमरण अनशन पर बैठे स्वामी परमहंस चौथे दिन भी अपनी मांग पर अड़े हैं। 5 अक्टूबर को दिल्ली में हो रही संतों की उच्चाधिकार समिति की बैठक पर उन्होंने कहा, ‘दिल्ली जाने से राम मंदिर निर्माण नहीं होने वाला है। स्वर्गीय अशोक सिंघल और स्वर्गीय परमहंस जी कितनी बार दिल्ली गए थे लेकिन राम मंदिर का मामला अभी भी अटका है। 2019 के पहले ही इसका निर्माण शुरू होना चाहिए। अब आमरण अनशन से ही होगा राम मंदिर का निर्माण। अब जो मंदिर निर्माण का विरोध करेगा। वह हिंदू नहीं, वह साधु नहीं।’
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