बीजिंग, 12 जुलाई। वीगर मुसलमानों के मुद्दे पर चीनी कंपनियों को ब्लैक लिस्ट करने के अमेरिकी फ़ैसले पर चीन ने पलटवार करते हुए कहा है कि वो ज़रूरी कार्रवाई करेगा।
अमेरिका के वाणिज्य विभाग ने एक बयान जारी कर कहा है कि शिनझियांग से कारोबार कर रही 14 कंपनियों और चीन की सेना को सहयोग पहुंचा रही अन्य पांच कंपनियों को प्रतिबंधित कंपनियों की सूची में जोड़ा गया है। शिनझियांग से कारोबारी संपर्क रखने वाली इन कंपनियों पर वीगर मुसलमानों और अन्य मुस्लिम अल्पसंख्यकों के साथ हो रही बदसलूकी में कथित तौर पर शामिल होने का आरोप है।
वहीं अमेरिकी कार्रवाई के जवाब में चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने कहा है कि इस कदम से चीन के व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को ग़ैर वाजिब तरीके से दबाने की कोशिश की गई है और यह अंतरराष्ट्रीय आर्थिक और व्यापार नियमों के ख़िलाफ़ है।
चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने अपने बयान में कहा है कि “चीनी कंपनियों के वैध अधिकारों और हितों की रक्षा के लिए चीन ज़रूरी कदम उठाएगा।”
गौरतलब है कि चीन शिनझियांग में डिटेंशन कैंपों और वीगर मुसलमानों और अन्य धार्मिक अल्पसंख्यकों से जबरन काम लेने के आरोपों से इनकार करता रहा है। अतीत में अमेरिका की तरफ़ से जब भी ऐसी कार्रवाई हुई तो चीन ने भी जवाब में ऐसी ही कार्रवाई की है।
उधर अमेरिकी वाणिज्य मंत्रालय ने शुक्रवार को अपने बयान में कहा था कि कुछ इलेक्ट्रॉनिक्स और टेक्नॉलॉजी कंपनियां और अन्य व्यापारिक संगठन शिनझियांग में मुस्लिम अल्पसंख्यकों पर चीन के दमन और उच्च तकनीकी से निगरानी में मदद कर रही हैं। अमेरिकी पाबंदियों की वजह प्रतिबंधित चीनी कंपनियां अमेरिकियों से मशीनरी और अन्य सामान नहीं खरीद पाएंगी।