अरवल्ली। गुजरात के साबरकंठा में 14 महीने की बच्ची के साथ बलात्कार के बाद उत्तर भारतीय पर हमलों से दहशत का माहौल है। वहां बड़े पैमाने पर गैर-गुजराती लोगों का पलायन हो रहा है। उधर, प्रदेश सरकार लगातार लोगों का विश्वास बहाल करने में जुटी है। सीएम विजय रुपाणी ने पिछले दिनों ही पलायन किए लोगों से लौट आने की अपील की। साथ ही इंडस्ट्रियल इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। उधर, गैर गुजराती लोगों में विश्वास पैदा करने और उन्हें प्रोत्साहित करने के लिए शनिवार को अरवल्ली जिले में पुलिस एक नई पहल करती दिखी।
गुजरात के अरवल्ली में शनिवार को एक उत्तर भारतीय वेंडर के पानी-पूरी स्टॉल पर पुलिस अधिकारी पहुंचे। अधिकारियों के साथ कई पुलिसकर्मी भी मौजूद थे। सभी ने वहां पानी-पूरी का स्वाद लिया। एसपी मयूर पाटिल ने बताया, ‘अरावल्ली से उत्तर भारतीयों का पलायन रोकने के लिए हमने उन्हें यहां सुरक्षा दी है। आज हम यहां उन्हें प्रोत्साहित करने के लिए आए हैं कि वे बिना किसी भय के अपना बिजनस जारी रखें।’ बता दें कि गुजरात से उत्तर भारतीयों के पलायन के मुद्दे पर सियासत भी जारी है। एक तरफ जहां बीजेपी ने इसके लिए कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर हिंसा भ़ड़काने के आरोप लगाए हैं, वहीं कांग्रेस ने प्रदेश सरकार को कानून-व्यवस्था के मोर्चे पर फेल बताया है। उधर, गुजरात के गृहमंत्री के मुताबिक इस मामले में 450 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उधर, इस मामले के सामने आने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी प्रेजिडेंट अमित शाह ने मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल को कथिततौर पर फटकार भी लगाई थी।