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गिरिराज सिंह बोले- मुझे भय है कि हिंदुओं का सब्र टूटा तो क्या होगा

फैजाबाद। अयोध्या में राम मंदिर-बाबरी मस्जिद जमीन विवाद के मामले में सोमवार से सुप्रीम कोर्ट में होने वाली सुनवाई एकबार फिर टल गई है। सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई से पहले दोनों पक्षों की ओर से अलग-अलग प्रतिक्रियाएं सामने आई थीं। जहां एक ओर अयोध्या मामले में पक्षकार इकबाल अंसारी का कहना है कि हम चाहते हैं कि अब फैसला होना चाहिए क्योंकि मसला लंबा हो गया है वहीं केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा, ‘अब हिन्दुओं का सब्र टूट रहा है। मुझे भय है कि अगर हिंदुओं का सब्र टूटा तो क्या होगा?’
इकबाल अंसारी का कहना है, ’70 साल का मसला है। इस सुनवाई से नेताओं के लिए चांदनी रात हो जाती है। फैसला होना चाहिए। झगड़ा खत्म होना चाहिए। हमने सबूत पेश किया है। राम मंदिर के लिए कोई नया कानून लाने की जरूरत नहीं है। अदालत फैसला करेगी।’ राम जन्मभूमि न्यास के वरिष्ठ सदस्य डॉ. राम विलास वेदांती ने कहा कि कोर्ट के फैसले से राम मंदिर निर्माण का रास्ता प्रशस्त हो जाएगा। उन्होंने उम्मीद जताई है कि मंदिर का निर्माण 2019 के पहले शुरू हो जाएगा। उन्होंने कोर्ट के जजों से अपील की है कि फैसला जल्द सुनाएं। सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई टलने से पहले आरएसएस नेता इंद्रेश कुमार ने कहा, ‘काबा बदला नहीं जा सकता, हरमंदिर साहब को नहीं बदला जा सकता, वेटिकन को बदला नहीं जा सकता और राम जन्मस्थान को बदला नहीं जा सकता, यह एक सत्य है।’
शिया वक्फ बोर्ड चीफ वसीम रिजवी ने कहा, ‘कुछ कट्टरपंथी मुल्लाओं और कांग्रेस की सियासत के कारण यह मामला सुप्रीम कोर्ट में फंसा है। भगवान अपने घर के लिए इंसानी अदालत के फैसले का इंतजार में है। यह शर्मनाक है।’ राम जन्मभूमि न्यास के प्रधान पुजारी सत्येंद्र दास ने कहा कि कोर्ट का फैसला दोनों वर्ग को मान्य रहेगा। इससे देश में शांति बनी रहेगी। कोर्ट को रोजाना सुनवाई करके जल्द फैसला सुनाना चाहिए। हमें उम्मीद है कि हाई कोर्ट के फैसले की तरह ही सुप्रीम कोर्ट का फैसला हिंदू पक्ष मे ही होगा। हाई कोर्ट ने राम मंदिर की भूमि का बंटवारा नही किया होता तो सुप्रीम कोर्ट में मामला नही जाता। महंत सुरेश दास ने कहा कि हाई कोर्ट की तर्ज पर सुप्रीम कोर्ट का भी फैसला राम मंदिर के पक्ष में आएगा। महंत सुरेश दास ने कहा, ‘मोदी और योगी जो कहते हैं वह पूरा करते हैं। राम मंदिर का निर्माण भी यही करवाएंगे, ऐसा संतों और अयोध्या के लोगों को भरोसा है। कोर्ट पर हमें यकीन है।’

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