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कैनेडा में भारतीय युवक की हत्या, पुलिस के हाथ खाली

टोरंटो,9 सितंबर। कैनेडा के नोवा स्काटिया प्रांत के ट्रुरो कस्बे में 23 साल के एक भारतीय युवक की हत्या कर दी गई है। भारतीय समुदाय के सदस्यों का कहना है कि उसकी हत्या संभवत: नस्लीय भेदभाव का नतीजा है। मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक ट्रुरो पुलिस सर्विस के डेविड मैकनील ने बताया कि रविवार को रात दो बजे 494 राबी सेंट से 911 पर कॉल के बाद पुलिस अफसर उस अपार्टमेंट की इमारत में पहुंचे जहां भारतीय युवक प्रभजोत सिंह कतरी जानलेवा हमले के बाद बुरी तरह से जख्मी पड़ा हुआ था। इन गंभीर चोटों की वजह से कुछ ही देर बाद उसकी मौत हो गई। वह लैटन की टैक्सी के अलावा दो होटलों में भी काम करता था।
मैकनील ने बताया कि प्रभजोत सिंह कतरी परिवार, मित्रों, स्थानीय भारतीय-कैनेडियन के मूल के लोगों से ही मिलता-जुलता था। प्रभजोत भारत से कैनेडा वर्ष 2017 में पढ़ाई करने आया था। भारतीय समुदाय के लोग इस घटना से बेहद नाराज हैं। मैकनील ने बताया कि पुलिस इस मौत को हत्या ही मान रही है। लूटपाट की कोई बात सामने नहीं आई है। मारे गए युवक की जेब में रखा मोबाइल तक वहीं मिला है। हत्या के इस मामले में एक आदमी को गिरफ्तार किया गया था, जिसे पूछताछ के बाद रिहा कर दिया गया। इस सप्ताहांत हत्या से संबंधित कई सर्च वारंट जारी किए। शक के आधार पर एक व्यक्ति को गिरफ्तार भी किया था। फिलहाल उसे रिहा कर दिया गया है। हालांकि वह व्यक्ति अभी भी पुलिस की नजर में रहेगा।
प्रभजोत के परिचितों का कहना है कि सिंह एक मेहनती युवा था जिसका भविष्य बेहद आकर्षक हो सकता था। उसके जीवन का अंत बेहद ही दर्दनाक परिस्थितियों में हुआ है। रिपोर्ट के मुताबिक प्रभजोत के शव को भारत भेजने के लिए समुदाय के लोगों ने ‘गोफंडमी’ के जरिये चंदा जमा किया है। सिंह के मित्रों का मानना है कि नस्लभेद के कारण प्रभजोत की हत्या की गई है। वह एक निर्दोष लड़का था जो अपने काम से घर लौट रहा था। उसके दोस्त कुमारदीप ने बताया कि वह और उसके अन्य भारतीय मित्र अब कैनेडा में सुरक्षित महसूस नहीं करते हैं। उसने कहा, ‘ब्राउन लाइफ आलसो मैटर्स।’
गौरतलब है कि पिछले कुछ वर्षों में नस्लीय भेदभाव के चलते हिंसा की घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है। हालांकि सरकार अपने स्तर से प्रयास कर रही है और दावा करती है कि इस तरह के अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है। लेकिन रह-रहकर होने वाली यह घटनाएं कैनेडा में रहने वाले भारतीय समुदाय सहित विभिन्न नस्ल के लोगों को चिंतित कर रही है।

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