कोलकाता। कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद ने एक बड़ा बयान देते हुए कहा है कि 2019 में बीजेपी को हराने के लिए सभी पार्टियों को साथ आना होगा। खुर्शीद ने कहा कि इसके लिए विपक्ष के नेताओं को त्याग करने और तालमेल बैठाने के लिए तैयार रहना होगा। खुर्शीद ने कहा कि मौजूदा हालात में पार्टी का अकेले दम पर सत्ता में आना मुश्किल है, लेकिन कांग्रेस को रोकने की कीमत पर विपक्षी महागठबंधन नहीं बनना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘हमारे सभी नेताओं ने साफ कर दिया है कि देश की सरकार को बदलने के लिए गठबंधन की जरूरत है। ऐसे में गठबंधन को मूर्त रूप देने के लिए चाहे जिस त्याग, तालमेल और बातचीत की जरूरत हो, कांग्रेस वह करने के लिए तैयार है।’ पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कांग्रेस की भांति अन्य विपक्षी दलों को भी यही रवैया अपनाना होगा। उन्होंने कहा कि गठबंधन कांग्रेस को रोकने की कीमत पर नहीं, बल्कि बीजेपी को सत्ता से हटाने के लिए होना चाहिए।
यह पूछे जाने पर कि क्या अकेले के दम पर कांग्रेस का सत्ता में आना संभव है, इस पर खुर्शीद ने कहा कि निश्चित तौर पर आज यह मुश्किल है। उन्होंने कहा कि हम गठबंधन के लिए प्रतिबद्ध हैं और इसके लिए हर कदम उठाने को भी तैयार हैं। कांग्रेस एक ऐसी पार्टी है, जिसे देश के हर राज्य से सीट मिलती हैं। वहीं क्षेत्रीय पार्टियों को अपने-अपने राज्यों से सीटें मिलती हैं। बता दें खुर्शीद का यह बयान उस वक्त आया है, जब विपक्ष 2019 के लोकसभा चुनावों के लिए महागठबंधन बनाने की कोशिशों में जुटा है। बीएसपी प्रमुख मायावती ने राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के आगामी विधानसभा चुनावों में कांग्रेस से गठबंधन नहीं करने का फैसला किया, जिससे महागठबंधन बनने की उम्मीदों को झटका लगा है। वहीं समाजवादी पार्टी ने भी मध्य प्रदेश में कांग्रेस से गठबंधन नहीं करने का फैसला किया है। खुर्शीद ने कहा कि महागठबंधन का मकसद मोदी सरकार को मात देना है। उन्होंने कहा कि यदि महागठबंधन में शामिल होने वाले दल इस मकसद को भूलेंगे तो निश्चित तौर पर यह नहीं बन पाएगा और यह हर पार्टी एवं देश का नुकसान होगा।