लॉडरहिल, ०९ अगस्त। हार्दिक पांड्या ने कप्तानी में यादगार शुरुआत की है। आईपीएल में उन्होंने गुजरात टाइटंस को पहले ही सीजऩ में ख़िताब जिताया और अब भारत की टी२० टीम के साथ तीन मैचों में अपनी तीसरी जीत हासिल की। हार्दिक का कहना है वह भविष्य में स्थायी कप्तानी के लिए तैयार होंगे। फ़्लोरिडा में भारत के वेस्टइंडीज़ पर ४-१ की सीरीज़ जीत के बाद उन्होंने कहा, क्यों नहीं, अगर मुझे कप्तानी का मौक़ा मिलेगा तो मैं इसे ख़ुशी से लेना चाहूंगा। फि़लहाल हमें एशिया कप पर ध्यान देना है। हम उसी पर फ़ोकस करना चाहते हैं। बतौर टीम हमारी यही कोशिश रहती है कि हम निरंतर सुधार भी करें और खेल का आनंद भी लेते रहें।
पांचवें टी२० में नियमित कप्तान रोहित शर्मा सहित कई खिलाडिय़ों को आराम दिया गया था और इसके बावजूद भारत ने मैच ८८ रनों से जीता। यह भारतीय टीम के लिए टी२० अंतर्राष्ट्रीय मैचों में संयुक्त रूप से चौथी सबसे बड़ी जीत थी। भारत ने इस साल सात कप्तानों का प्रयोग किया है। वेस्टइंडीज़ और यूएसए के दौरे से पूर्व उपकप्तान के रूप में हार्दिक ने ऋषभ पंत की जगह ली थी। रोहित ने हाल ही में टीम में कप्तानी के विभिन्न दावेदारों के आगे आने पर संतुष्टि जताई थी। उन्होंने कहा, एक टीम में आपके आस-पास इतने सारे नेतृत्व करने वाले साथियों का होना एक अच्छा संकेत है। आप चाहते हैं आपके खिलाड़ी दबाव को संभाले, मैच को पढऩा सीखें और एक दूसरे के साथ सही तालमेल बिठा सकें। यह सारी चीज़ें आप कप्तानी करते वक़्त सीखते हैं।हम सब आईपीएल भी खेलते हैं जहां १० टीमें हैं तो किसी भी वक़्त भारतीय दल में १० कप्तान वैसे भी होते हैं। मेरे लिए काम आसान ही बनता है क्योंकि इन के मन में भी अच्छे सुझाव आते हैं। उसको स्वीकारना और समझना मेरा काम बन जाता है।
भारत ने २०२१ विश्व कप के बाद अपने पिछले सात टी२० सीरीज़ में से छह जीते हैं और साउथ अफ्ऱीका के ख़िलाफ़ एक सीरीज़ बारिश के कारण २-२ पर समाप्त हुई थी ।
