नई दिल्ली। विदेश राज्य मंत्री एमजे अकबर पर एक और महिला पत्रकार ने यौन शोषण के आरोप लगाए हैं। महिला पत्रकार रूथ डेविड ने एक लेख लिखकर अपनी आपबीती सुनाई है। मी टू अभियान के तहत अब तक एमजे अकबर पर 15 महिलाएं यौन शोषण के आरोप लगा चुकी हैं। रूथ ने आरोप लगाया है कि एमजे अकबर ने उनका तब शोषण किया जब वो एक टीनएजर ट्रेनी थीं। रूथ एक राष्ट्रीय अंग्रेजी समाचार पत्र में ट्रेनी पत्रकार थीं, जहां एमजे अकबर संपादक थे। यह साल 1999 था। रूथ ने बताया कि कैसे अकबर ने उसे अपने कार्यालय में बुलाया, जिसमें एक बड़ा लकड़ी का दरवाजा था। इसमें कोई भी अंदर नहीं देख सकता था कि वहां क्या चल रहा है। बातचीत के दौरान वो मेरे स्तनों को घूर रहा था वह मुझसे तीन दशक पुराना व्यक्ति था, लेकिन वो ‘बस बात करना चाहते थे।’ उन्होंने आगे लिखा कि अकबर मेरी कुर्सी के करीब आकर खड़ा हो जाता है और मुझे तनाव में देखकर मसाज करने की पेशकश करता है। जब मैंने मना किया तो वो मुझे चूमने की कोशिश करता है।
रुथ के मुताबिक, अकबर ने उसे एक और ब्यूरो में ट्रांसफर करने का प्रलोभन दिया। उसने कहा कि वो उसे एक अपार्टमेंट भी देंगे। यहां वो घर के खाने के लिए आएंगे। जब रूथ ने कहा कि मैं खाना नहीं बना सकती तो अकबर ने जवाब दिया, ‘सैंडविच और नूडल्स भी ठीक हैं। अपने ब्लॉग में रूथ ने पीड़ित के निरंतर संघर्ष की बात की है, जिससे उसे गुजरना पड़ा। उन्होंने अपने ब्लॉग में कहा कि लोगों के लिए पीड़ितों पर विश्वास करना कितना मुश्किल है जब इसमें कोई शक्तिशाली नाम शामिल होते हैं। रूथ ने बताया कि इस्तीफे के बाद भी अकबर के व्यवहार में अंतर नहीं आया। यौन उत्पीड़न के आरोप के बीच एमजे अकबर रविवार को अफ्रीका के दौरे से वापस लौटे। आरोपों को लेकर एयरपोर्ट पर पत्रकारों के सवालों से बचते हुए उन्होंने कहा कि वह इस बारे में बाद में एक बयान जारी करेंगे।