जकार्ता। 18वें एशियाई खेलों का रंगारंग उद्धाटन थोड़ी ही देर में इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में होने जा रहा है। 18 अगस्त से 2 सितंबर तक होने वाले इन खेलों में 45 देशों के तकरीबन 11 हजार से ज्यादा खिलाड़ी भाग ले रहे हैं। इन सभी के बीच 40 खेलों की 465 स्पर्धाओं में भिड़ंत होगी। भारत ने भी इन खेलों में अपना अब तक का सबसे बड़ा दल भेजा है। जिनसे पदकों की उम्मीदें भी ज्यादा हैं। साल 2016 में अंडर-20 भालाफेंक स्पर्धा में विश्व रिकॉर्ड के साथ स्वर्ण पदक जीतने वाले नीरज चोपड़ा भारतीय दल का नेतृत्व करेंगे। उद्धाटन समारोह जकार्ता के गेलोरा बुंग कार्नो स्टेडियम में हो रहा है। एशियाई खेलों के इतिहास में पहली बार दो शहर साझा रूप से मेजबानी कर रहे हैं। जकार्ता और पालेमबांग शहर में इन खेलों की विभिन्न स्पर्धाओं का आयोजन होगा। जकार्ता जहां देश की राजधानी है वहीं पालेमबांग दक्षिणी सुमात्रा प्रोविंस की राजधानी है। इसके अतिरिक्त आयोजन स्थल दोनों नगरों के समीप स्थित बानदुंग तथा बांतेन शहरों में भी हैं।जकार्ता में इससे पहले साल 1962 में भी एशियाई खेलों का आयोजन हो चुका है।
पहली बार एशियाई खेलों में सूट में उतरेंगे भारतीय खिलाड़ी। इससे पहले भारतीय दल पारंपरिक पोषाक में इन खेलों के उद्धाटन और समापन समारोह में भाग लेता था। लेकिन गोल्डकोस्ट राष्ट्रमंडल खेलों में हुए बदलाव के बाद महिला खिलाड़ी साड़ी और पुरुष खिलाड़ी जोधपुरी सूट से अगल पोषाक ंमें नजर आ रहे हैं। 18वें एशियन गेम्स 2018 की भव्य शुरुआत हो चुकी है। अल्फाबेटिकल ऑर्डर में सभी देशों ने अपने अपने झंडे के तले स्टेडियम में प्रवेश किया। सबसे पहले स्टेडियम में पहुंचने वाला दल अफगानिस्तान का था। इसके बाद बहरेन और बांग्लादेश के दल आए। सातवें नंबर पर एशियाई खेलों के सबसे सफल देश चीन ने स्डेडियम में प्रवेश किया। भारतीय दल ने नवें नंबर पर पर प्रवेश किया। चीन और भारत के बीच हॉन्गकॉन्ग था। भारतीय दल का नेतृत्व नीरज चोपड़ा कर रहे थे। भारत के बाद ईरान के दल ने प्रवेश किया जिसकी अगुआई पहली बार कोई महिला खिलाड़ी कर रही थी।
सबसे ज्यादा सुर्खियां कोरिया के दल ने बटोरी। उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया के खिलाड़ी एक साथ एक झंडे के नीचे स्टेडियम में पहुंचे। उद्धाटन समारोह को लेकर इंडोनेशिया के खेल प्रेमियों में बड़ा उत्साह दिखा। तकरीबन 75 हजार से की क्षमता वाले स्टेडियम के सारे टिकट बिक चुके हैं। भारतीय खिलाड़ियों के ऊपर इसी साल गोल्डकोस्ट में आयोजित राष्ट्रमंडल खेलों के प्रदर्शन को दोहराने के दबाव है। भारत ने दिल्ली राष्ट्रमंडल खेलों के बाद गोल्डकोस्ट में अपना दूसरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया था। साल 2014 में भारत ने 2014 एशियाड में पदकों की संख्या के हिसाब से अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन की बराबरी की थी जिसमें 11 स्वर्ण पदक सहित कुल 57 पदक अपने नाम किए थे। इस बार 572 खिलाड़ियों के दल से उससे बेहतर की प्रदर्शन की सवा अरब लोगों को उम्मीद होगी।
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