नई दिल्ली। मंगलवार को पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलियाई टीम बिना कोई विकेट खोए 142 रन बना चुकी थी। लेकिन इसके बाद पूरी टीम सिर्फ 202 रनों पर सिमट गई। ऑस्ट्रेलिया को इस हालत में पहुंचाया अपना पहला टेस्ट मैच खेल रहे पाकिस्तानी ऑफ स्पिनर बिलाल आसिफ ने। आसिफ ने कंगारू टीम के 6 बल्लेबाजों को पविलियन की राह दिखाई। इसके साथ ही तेज गेंदबाज मोहम्मद अब्बास ने चार विकेट लिए। इसके साथ ही पाकिस्तान ने दुबई इंटरनैशनल स्टेडियम में खेले जा रहे इस टेस्ट मैच में अपनी पकड़ मजबूत कर ली। पाकिस्तान ने अपनी पहली पारी में 482 रन बनाए थे। वहीं अपनी दूसरी पारी में उसने तीन विकेट पर 45 रन बना लिए थे। उसने कुल 325 रनों की बढ़त बना ली है।
क्रिकइंफो के मुताबिक, बिलाल पाकिस्तान के दस्का इलाके के गांव अल्लू महर शरीफ के रहने वाले हैं। सियालकोट उनके गांव के नजदीक ही है। बिलाल के चाचा जाहिद सईद भी फर्स्ट क्लास क्रिकेटर रहे हैं। उन्होंने 75 फर्स्ट क्लास मैचों में 299 विकेट लिए थे। बिलाल ने आर्ट्स की डिग्री ली लेकिन क्रिकेट हमेशा उनके लिए प्राथमिकता रहा। पाकिस्तान के बाएं हाथ के स्पिनर आमिर वसीम और पूर्व पाकिस्तानी कप्तान शोएब मलिक ने बिलाल के करियर को दिशा देने में अहम भूमिका अदा की। बिलाल ने 2008 तक वसीम की कप्तानी में क्लब क्रिकेट खेला। इसके बाद वह अपने पिता की आर्थिक मदद करने के लिए कुवैत जाकर काम करने लगे। 2010 में वह पाकिस्तान लौटे और क्रिकेट करियर को आगे बढ़ाने की दिशा में काम करने लगे। 2011 में बिलाल ने 26 साल की उम्र में सियालकोट के लिए अपना पहला फर्स्ट क्लास मैच खेला। 2014-15 में उन्होंने हरारे में जिमबाब्वे के खिलाफ दो वनडे इंटरनैशनल मैच खेले और अपने दूसरे ही मैच में पारी में पांच विकेट लिए। इसके बाद उन्होंने अबु धाबी में भी एक मैच खेला। उन्होंने सुपर 9 टी20 कप में मई 2015 में 48 गेंदों पर शतक भी बनाया।
बिलाल के बोलिंग ऐक्शन को लेकर विवाद उठा। इसके बाद वह आईसीसी द्वारा मान्यता प्राप्त श्री रामचंद्र यूनिवर्सिटी में जांच के लिए आए, जहां उनके ऐक्शन को सही पाया गया। आईसीसी ने कहा कि उनकी कोहनी आईसीसी के नियमों के अंतर्गत 15 डिग्री से ज्यादा नहीं मुड़ती है। बिलाल ने पाकिस्तान के पूर्व लेग स्पिनर मुश्ताक अहमद के साथ मिलकर काफी काम किया जिसका उन्हें फायदा भी हुआ। लेग स्पिनर शादाब खान के पहले टेस्ट से बाहर होने के बाद बिलाल को अपना पहला टेस्ट खेलने का मौका मिला और उन्होंने इस मौके को क्या खूब भुनाया।