जकार्ता. इंडोनेशिया के सुलावेसी द्वीप और इसके आसपास के इलाके में भूकंप और सूनामी के चलते अब तक 384 लोगों की मौत हो चुकी है. इस त्रासदी में लोगों के मारे जाने की यह संख्या इंडोनेशिया की नैशनल डिजास्टर एजेंसी ने बताई है. बता दें कि शु्क्रवार को आए भूकंप का केंद्र पालू शहर से 78 किलोमीटर की दूरी पर था. पालू के अस्पतालों में इस समय घायलों की संख्या इतनी बढ़ गई है कि बहुत से लोगों का इलाज खुले में किया जा रहा है. इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो ने बताया कि त्रासदी वाली जगह पर मदद के लिए सेना को बुलाया जा रहा है.
अमेरिकी भूगर्भ सर्वे के मुताबिक, शुक्रवार को मध्य सुलावेसी के डोंग्गाला कस्बे में 10 किलोमीटर की गहराई पर 7.5 तीव्रता का भूकंप आया. इस भूकंप की तीव्रता इस वर्ष की शुरुआत में लोमबोक द्वीप में आए भूकंप से कहीं अधिक थी, जिसमें सैकड़ों लोग मारे गए थे. पालू के दक्षिण में करीब 175 किलोमीटर की दूरी पर तोराजा की निवासी लीसा सोबा पाल्लोन ने कहा कि शुक्रवार को भूकंप के कई झटके महसूस किए गए. उन्होंने बताया, ‘अंतिम झटका बहुत तेज था.’ इंडोनेशिया की भौगोलिक स्थिति के कारण भूकंप का खतरा हरदम बना रहता रहता है. दिसंबर 2004 में पश्चिमी इंडोनेशिया के सुमात्रा में 9.3 तीव्रता का भूकंप आया था. इसके कारण आई सूनामी के कारण हिंद महासागर क्षेत्र के कई देशों में 2,20,000 लोग मारे गए थे.