ओटावा,२५ सितंबर। इन दिनों कैनेडा सरकार एक के बाद नए विवाद में फंसती जा रही है। विवाद जिस जगह से खड़ा हो रहा है, वह है कैनेडियन संसद, हाउस ऑफ कॉमन्स। पहले प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो ने खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत सरकार का हाथ होने की बात कह कर तहलका मचाया। और अब नाजियों के समर्थन में लड़ने वाले एक व्यक्ति यरोस्लाव हुंका को सम्मानित कर यहूदियों को नाराज़ कर दिया है। हालांकि कैनेडियन संसद ने इसे अपनी गलती माना है। और इस घटना के बाद इजराइल सहित दुनिया भर के यहूदियों में गुस्से को देखते हुए हाउस स्पीकर एंथनी रोटा को माफी मांगनी पड़ी है। बता दें कि हुंका को हाउस स्पीकर ने आमंत्रित किया था और संसद से उनका परिचय भी कराया था।
गौरतलब है कि यूक्रेनी राष्ट्रपित व्लोडोमिर ज़ेलेंस्की ने हाल में कैनेडा का दौरा किया और वहां की संसद को भी संबोधित किया। हाउस ऑफ कॉमन्स में 98 साल के यरोस्लाव हुंका को सम्मानित करने के दौरान ज़ेलेस्की संसद में मौजूद थे। आश्चर्य की बात है कि सभी सांसद हुंका के सम्मान में खड़े हुए और उनका अभिवादन किया। जबकि हुंका ने द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान यूक्रेनी सेना के फर्स्ट डिवीजन की ओर से रूस से खिलाफ लड़ाई में हिस्सा लिया था।
संसद में ओंटारियो के एमपी ने कहा कि, मुझे यह कहते हुए बहुत गर्व हो रहा है कि वह नार्थ-बे और निपसिंग-टिमिस्कैमिंग से हैं। साथ ही यह भी कहा कि वह एक यूक्रेनी नायक होने के साथ-साथ कैनेडियन नायक भी हैं, और हम उन्होंने अपने जीवन में जो भी योगदान दिया है, उसके लिए हम उन्हें धन्यवाद देते हैं। जब सांसदों ने खड़े होकर यरोस्लाव हुंका का अभिवादन किया तो यूक्रेनी राष्ट्रपति व्लोडोमिर ज़ेलेस्की ने मुट्ठी बनाकर सहमति जताई।
मामले पर विवाद बढ़ता देख हाउस स्पीकर रोटा रोटा ने रविवार को एक बयान जारी किया, जिसमें कहा गया है कि उन्होंने शुक्रवार को संसद की गैलरी में एक व्यक्ति को पहचाना, लेकिन बाद में उनके बारे में ज्यादा जानकारी हासिल हुई। बकौल रोटा उन्हें उक्त पूर्व सैनिक को आमंत्रित और सम्मानित करने के फैसले पर पछतावा हुआ है। उन्होंने कहा कि मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि साथी सांसदों और यूक्रेनी प्रतिनिधिमंडल सहित किसी को भी मेरे बोलने से पहले मेरे इरादों के बारे में पता नहीं था। मैं विशेषकर कैनेडा और दुनिया भर के यहूदी समुदाय से माफी मांगना चाहता हूं।
कैनेडियन संसद में हुई इस घटना को लेकर यहूदी संगठनों में जबरदस्त रोष व्याप्त हो गया है। फ्रेंड्स ऑफ साइमन विसेन्थल सेंटर फॉर होलोकॉस्ट स्टडीज ने एक बयान जारी कर इस कदम की कड़ी आलोचना की है। बयान के मुताबिक यूक्रेनी सेना की वह डिवीजन जबरदस्त क्रूर थी और निर्दोष नागरिकों की सामूहिक हत्या के लिए ज़िम्मेदार थी। ऐसे में उसके एक सैनिक को सम्मानित किया जाना शर्मनाक बात है।
बता दें कि पहले ही महंगाई, बेरोजगारी और आपराधिक घटनाओं में हो रहे इजाफे के कारण जस्टिन ट्रुडो विपक्ष के निशाने पर हैं। इस मामले पर भी विपक्ष ने उन्हें घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ा। कैनेडियन विपक्ष के नेता पियरे पोलिवियर ने ट्रुडो से माफी मांगने को कहा है।
पॉलिवियर ने हुंका को हाउस ऑफ कॉमन्स में बुलाए जाने और सम्मानित किए जाने पर सवाल उठाते हुए पूछा है कि क्या किसी भी सांसद को इस व्यक्ति के अतीत की जांच करने का अवसर नहीं मिला। इस शर्मनाक घटना के लिए पीएम जस्टिन ट्रुडो को व्यक्तिगत रूप से देश और दुनिया से माफी मांगनी चाहिए और दूसरों के सिर पर इसका दोष डालने से बचना चाहिए, जैसा कि वे हमेशा करते हैं।