मास्को, ०२ फरवरी । रूस ने यूक्रेन हमले का विरोध करने वाली १९ साल लडक़ी को आतंकी घोषित कर दिया है। रूस ने लडक़ी का नाम आईएसआईएस, अल-कायदा और तालिबान जैसे खतरनाक आतंकी संगठनों सूची में डाल दिया है। लडक़ी का नाम ओलेसा क्रिवत्सोवा है जो अपनी मां के साथ रूस के अर्खांगेलस्क शहर में रहती है। ओलेसा ने ८ अक्तूबर, २०२२ को यूक्रेन के रूस पर हमले के बाद सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर की थी। पोस्ट में उसने यूक्रेन पर रूसी हमले का विरोध किया था। साथ ही रूसी सेना की बेइज्जती भी की थी। इसके बाद से रूस ने कार्रवाई करते हुए उसे घर में नजरबंद कर दिया गया। इस दौरान ओलेसा क्रिवत्सोवा के पैर में एक ट्रैकर लगाया गया। इसके जरिए रूसी अथॉरिटीज उसकी हर सक्रियता पर नजर रख रही है। नजरबंद के दौरान ओलेसा ने अपने पैर पर एक स्पाइडर का टैटू बनवाया। इस स्पाइडर की बॉडी को पुतिन के चेहरे से रिप्लेस कर दिया गया है। साथ ही लिखा- बिग ब्रदर इज वॉचिंग यू। मतलब- बड़ा भाई तुम्हें देख रहा है। क्रिवत्सोवा पर सेना का अपमान करने के आरोप हैं। उसके वकीलों का कहना है कि उसे तीन से सात साल की सजा सुनाई गई है, लेकिन वे इस सजा को कम करवाने की कोशिश में लगे हुए हैं। रूसी सेना को बदनाम करने के लिए छात्रा को तीन साल तक की जेल और ‘आतंकवाद को समर्थित’ लेख लिखने के लिए उसे सात साल तक की जेल हो सकती है। हालांकि, वकील का कहना है, कि कुछ शर्तों को मानने के बाद क्रिवत्सोवा के मामले में जुर्माने जैसी नरम सजा की भी उम्मीद है। स्वतंत्र मानवाधिकार मॉनिटर ने कहा है, कि रूस में २०२२ में इंटरनेट पर आतंकवाद’ को सही ठहराने के आरोप में कम से कम ६१ मामले दर्ज किए गए, जिनमें से अब तक २६ को सजा सुनाई गई है।
