ओटावा, २६ मार्च। कैनेडा में बर्ड फ्लू संक्रमण फैलने का खतरा लगातार मंडरा रहा है। विशेषज्ञों का दावा है कि जिस गति से बर्ड फ्लू संक्रमण बढ़ रहा है उससे ऐसा लगता है कि आने वाले दिनों में कहीं यह एक महामारी का रूप ना ले ले। पक्षियों से निकलकर या संक्रमण इंसानों को भी प्रभावित कर सकता है। मौजूदा समय में उत्तर और दक्षिण अमेरिका में यह एच५इन१h वायरस संक्रमण के नाम से फैल रहा है और पशुओं और पक्षियों के लिए जानलेवा साबित हो रहा है। हालांकि इंसानों में अभी यह संक्रमण अधिक नहीं देखा जा रहा है, लेकिन फिर भी खतरा तो मंडरा ही रहा है। कुछ विशेषज्ञ यह दावा कर रहे हैं कि पक्षियों में होने वाला यह संक्रमण इंसानों में भी संक्रामक हो सकता है। परेशानी की बात यह है कि यह वायरस लगातार म्यूटेट रहा है यानी अपना रूप बदल रहा है, जिससे यह अधिक खतरनाक हो गया है। जैसी इसकी संक्रामक दर है उससे ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है यह संक्रमण कोरोनावायरस के संक्रमण से भी अधिक खतरनाक हो सकता है।
इनफेक्शियस डिजीज रिसर्च इंस्टिट्यूट के निदेशक मैथ्यू मिलर बताते हैं कि एक ही ऐसी चीज है जो इस वायरस को खतरनाक होने से रोक सकता है और वह है इसे म्युटेट होने से रोका जाय और वातावरण में घुलने मिलने से दिया जाय।
बता दें कि कैनेडा में दिसंबर २०२१ में बर्ड फ्लू का यह संक्रमण देखने को मिला था। तब से लेकर अब तक यहां बर्ड फ्लू की तीन लहरें आ चुकी हैं। पहली लहर मार्च २०२२ में , दूसरी अगस्त २०२२ में आई थी और अभी जो हालात बने हैं इसे बर्ड फ्लू की तीसरी लहर माना जा रहा है। हालांकि संक्रमण काफी तेजी से नहीं बढ़ रही है, लेकिन इसकी शुरुआत तो हो गई है। कैनेडियन फूड इंस्पेक्शन एजेंसी के आंकड़ों के मुताबिक अभी तक कैनेडा में बर्ड फ्लू संक्रमण के १,८२९ मामले आ चुके हैं। जिस गति से संक्रमण बढ़ रहा है उससे लगता है कि जल्दी ही यह संख्या कई गुना और बढ़ जायेगी।