ओटावा , ०३ फरवरी। लिबरल सरकार के भारतीय मूल के सांसद चंद्र आर्य ने ब्रैम्पटन के गौरी शंकर मंदिर में हुई तोड़ फोड़ का मुद्दा हाउस ऑफ कॉमन्स में उठाया। उन्होंने अपील की कि इस खतरनाक स्थिति पर गंभीरता से ध्यान देना होगा क्योंकि यह प्रवृत्ति अच्छा संकेत नहीं है।
सांसद आर्य ने इस घटना को घृणित अपराध बताते हुए कहा कि हाल के दिनों में कैनेडा में हिंदू मंदिरों पर हिंदू-विरोधी और भारत-विरोधी समूहों द्वारा किए गए हमले बढ़े हैं और यह भी उन्हीं कई हमलों में से एक है।
लिबरल पार्टी के सांसद ने आगे कहा कि जिस तरह इस्लामोफोबिया और यहूदी-विरोधीवाद के परिणामस्वरूप हमारी मस्जिदों और आराधनालयों के खिलाफ घृणा अपराध होते हैं, जिससे हमारे मुस्लिम और यहूदी भाइयों और बहनों को दर्द होता है, उसी तरह हिंदू कैनेडियन भी बढ़ते हिंदूफोबिया के कारण उसी दर्द का अनुभव कर रहे हैं।
विदेश मामलों के मंत्री, मेलानी जोली ने भी इस घटना की निंदा करने के लिए ट्विटर का सहारा लिया और कहा कि हर किसी को हिंसा और धमकी से मुक्त शांति में अपने विश्वास का अभ्यास करने में सक्षम होना चाहिए। ब्रैम्पटन में गौरी शंकर मंदिर में हुई तोड़फोड़ की निंदा करने में मैं हिंदू समुदायों के साथ खड़ी हूं। घृणास्पद कृत्यों की निंदा करना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है, जिसका कैनेडा में कोई स्थान नहीं है।
ब्रैम्पटन में गौरी शंकर मंदिर का हमला कैनेडा में हिंदू और भारत विरोधी समूहों द्वारा हिंदू मंदिरों पर किए गए हमलों में नवीनतम है। सोशल मीडिया पर नफरत से अब हिंदू मंदिरों पर सीधे हमले हो रहे हैं, आगे क्या? इसे गंभीरता से लेना होगा।
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