सतयुग में भी पृथ्वी पर श्री हनुमान..
चारों युग प्रताप तुम्हारा। है प्रसिद्ध जगत उजियारा।। रूद्र देह तजि नेह बस हर ते भे हनुमान। श्रीव्यास जी ने राजा परीक्षित से कहा- परीक्षित होनी तो होके रहती है, इसे कोई बदल नही सकता। आज मैं तुम्हें उस रहस्य

चारों युग प्रताप तुम्हारा। है प्रसिद्ध जगत उजियारा।। रूद्र देह तजि नेह बस हर ते भे हनुमान। श्रीव्यास जी ने राजा परीक्षित से कहा- परीक्षित होनी तो होके रहती है, इसे कोई बदल नही सकता। आज मैं तुम्हें उस रहस्य