गृहयुद्ध की और बढ़ता सूडान – श्रुति व्यास
सूडान में अफरातफरी, उथलपुथल और खून-खराबा हो रहा है। सन् १९५६ में आजादी के बाद से उसकी ऐसी ही नियति है। वह पहले तानाशाही और फिर सैनिक शासन के अधीन रहा। तनाव, टकराव और गृहयुद्धों में फंसा रहा। अब एक

सूडान में अफरातफरी, उथलपुथल और खून-खराबा हो रहा है। सन् १९५६ में आजादी के बाद से उसकी ऐसी ही नियति है। वह पहले तानाशाही और फिर सैनिक शासन के अधीन रहा। तनाव, टकराव और गृहयुद्धों में फंसा रहा। अब एक