मुंबई ,२१ दिसंबर। भारत की सन फार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड ने कहा कि उसने अमेरिकी कंपनी लिंड्रा थेरेप्यूटिक्स इंक में तीन करोड़ डॉलर में १६.७ प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल करने के लिए समझौता किया है।
मैसाचुसेट्स स्थित लिंड्रा थेराप्यूटिक्स, लंबे समय तक काम करने वाली ओरल (एलएओ) थेरेपी के लिए नई डिलीवरी तकनीक विकसित करने के व्यवसाय में लगी हुई है।
सन फार्मा ने एक नियामक फाइलिंग में कहा कि यह नवीन दवा वितरण प्रौद्योगिकियों के विकास का समर्थन करने और कुछ अणुओं और क्षेत्रों के लिए प्रौद्योगिकी तक पहुंच प्राप्त करने के लिए रणनीतिक निवेश कर रहा है।
इसमें कहा गया है कि लेनदेन कुछ शर्तों के अधीन दिसंबर २०२३ के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है।
लिंड्रा की स्थापना २०१५ में एमआईटी में लैंगर लैब से निकली तकनीक के साथ की गई थी। कंपनी ने २०२२ में १.०७ करोड़ डॉलर का कारोबार किया।
