तेहरान, १७ जनवरी। ईरान में कैद एक अमेरिकी-ईरानी ने उसके साथ साथ दूसरे नागरिकों को मुक्त करने में अमेरिका की विफलता के विरोध में सात दिन की भूख हड़ताल शुरू की है। सियामक नमाजी को २०१५ में गिरफ्तार किया गया था और बाद में जासूसी के आरोप में १० साल की जेल की सजा सुनाई गई थी जिसे अमेरिका ने निराधार बताया था। सियामक नमाजी ने एक खुले पत्र में राष्ट्रपति जो बाइडेन से अपील की कि वे उन्हें छुड़ाकर उनकी घर वापसी को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के अपनी सरकार के वादे का सम्मान करें।
उन्होंने बाइडेन से सात दिनों तक प्रतिदिन एक मिनट उनके बारे में सोचने के लिए कहा। राष्ट्रपति बाइडेन को लिखे पत्र में उन्होंने लिखा है कि जब ओबामा प्रशासन ने अनजाने में मुझे संकट में छोड़ दिया और १६ जनवरी, २०१६ को ईरान द्वारा बंधक बनाए गए अन्य अमेरिकी नागरिकों को मुक्त कर दिया, तो अमेरिकी सरकार ने मेरे परिवार को मुझे सुरक्षित घर पहुंचाने का वादा किया। फिर भी सात साल और दो राष्ट्रपतियों के बाद, मैं तेहरान की कुख्यात एविन जेल में बंद हूँ।
नमाजी को २०१५ में गिरफ्तार किया गया था और बाद में जासूसी के आरोप में १० साल की जेल की सजा सुनाई गई थी, जिसे अमेरिका ने निराधार बताया था। ५१ वर्षीय तेल कार्यकारी ने अपनी भूख हड़ताल सात साल पहले शुरू की थी, जिस दिन ईरान ने एक कैदी एक्सचेंज में पांच अमेरिकियों को रिहा किया था जो कि अमेरिका और अन्य विश्व शक्तियों के साथ परमाणु समझौते के कार्यान्वयन दिवस के साथ मेल खाता था।
८६ वर्षीय उनके पिता बाकर को २०१६ की अदला-बदली के एक महीने बाद गिरफ्तार किया गया था, जब वह जेल में अपने बेटे से मिलने ईरान गए थे।
