चंडीगढ़,०१ सितंबर। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी यानी एसजीपीसी फिल्म यारियां-२ के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की तैयारी में है। एसजीपीसी ने भारत सरकार से सेंसर बोर्ड में हर धर्म के प्रतिनिधि को शामिल करने की मांग भी की है। एसजीपीसी महासचिव गुरचरण सिंह ग्रेवाल ने गीत सौरे घर के फिल्मांकन और प्रकाशन को लेकर सवाल उठाए हैं।
महासचिव ग्रेवाल ने कहा कि फिल्मों में सिख मर्यादा (आचरण), सिद्धांतों और जीवनशैली को ठेस पहुंचाने का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय सेंसर बोर्ड को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि किसी भी फिल्म में किसी भी धर्म की धार्मिक भावनाओं के खिलाफ कोई फिल्मांकन न हो, लेकिन जानकारी में लाने के बावजूद यह कृत्य जारी है। उन्होंने कहा कि यारियां-२ फिल्म के ‘सौरे घर’ वीडियो सॉन्ग में जान बूझकर सिखों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाई गई है और सरकार अभी तक इस पर चुप है।
महासचिव ग्रेवाल ने कहा कि एसजीपीसी मामले पर बहुत गंभीरता से कार्रवाई कर रही है। पुलिस को शिकायत भी दर्ज करा दी गई है। भविष्य में ऐसी गतिविधियों को रोकने के लिए भारत सरकार के संबंधित मंत्रालयों से भी संपर्क किया जाएगा।
