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सेमी फाइनल २०२३ : कैंडी क्रश का क्रश

राजशेखर चौबे

लगता है कि भारतीयों ने क्रिकेट विश्व कप २०२३ का सेमीफाइनल १४ अक्टूबर को ही जीत लिया है । पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान के साथ प्रत्येक मैच हमारे लिए सेमीफाइनल होता है ।
१९९२ में भारत से हारने के बाद भी उन्होंने क्रिकेट विश्व कप जीता था यह सोचकर वे कुछ दिन खुशफहमी में जी सकते हैं । देश की राजनीति का सेमीफाइनल तीन दिसंबर को संपन्न होगा । सभी दल चुनावी मोड में आ गए हैं ।
२०१४ के बाद से ही भाजपा के लिए चुनाव की विशेष तैयारी दिखती है । इस बार भी वे पीछे नहीं है । अपने प्रत्याशियों की घोषणा भी उन्होंने सबसे पहले की है । सूची के लिए कांग्रेस शुभ मुहूर्त का इंतजार करती रही और भाजपा ने पहली सूची
पितृ – पक्ष में ही जारी कर दी है । कांग्रेस की पहली सूची नवरात्रि के प्रथम दिवस पर आई है । भाजपा ने सांसदों सहित कई दिग्गजों को विधानसभा चुनाव में उतार दिया है । छत्तीसगढ़ में कुछ दिग्गजों के टिकट काटने का हल्ला था परंतु ऐसा कुछ नहीं हुआ । छत्तीसगढ़ सहित पांचों राज्यों के विधानसभा चुनाव में भाजपा पूरी तरह मोदी जी के करिश्मे के भरोसे है और यह करिश्मा किसी भी चुनाव में संभव है । वहीं छत्तीसगढ़ कांग्रेस का टैगलाइन है – भूपेश है तो भरोसा है । प्रत्येक सरकार के विरुद्ध एंटी इनकंबेंसी होती है । इसे प्रत्याशी बदलकर भी कुछ कम किया जा सकता है । छत्तीसगढ़ में इस समय कांग्रेस के ७१ विधायक हैं यदि इनमें अधिकांश को टिकट दिया गया तो उसका नुकसान पार्टी को अवश्य उठाना पड़ेगा । छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने पिछले पांच वर्ष में छत्तीसगढिय़ावाद को बढ़ावा दिया वही उसकी ताकत है । अब उसमें जातिगत जनगणना का तड़का भी लगाया जा रहा है ।धान पर बोनस का भी उन्हें फायदा मिलेगा ऐसा लगता है । नेताओं के लिए जी एस टी को समझ पाना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है फिर भी नेतागण बाज नहीं आते हैं । ताजा विवाद गंगाजल पर जी एस टी लगाने का है । कांग्रेस और भाजपा गंगाजल पर जी एस टी को लेकर विपरीत दावे कर रहे हैं । इस बीच किसी फूल छाप कांग्रेसी ने कका की मीटिंग के दौरान कैंडी क्रश खेलते हुए फोटो वायरल कर दी है । इसे भाजपा ने हाथों हाथ लिया और उनके पूर्व मुख्यमंत्री ने टिप्पणी की कि वे पिछले पांच साल से छत्तीसगढ़ की जनता के साथ खेल ही रहे हैं । कभी लैंड स्कैम कभी कोल स्कैम कभी सेंड स्कैम और कभी लिकर स्कैम गेम । अब आचार संहिता लग गई है तो कैंडी क्रश ही खेल रहे हैं । वही कका की टिप्पणी थी कि कैंडी क्रश मेरा फेवरेट गेम है और मेरा लेवल भी ठीक-ठाक है , यानी कैंडी क्रश के प्रति अपने क्रश को उन्होंने छुपाया नहीं है । अब छत्तीसगढ़ की जनता का उनके प्रति कितना क्रश है इसका पता तीन दिसंबर को ही लगेगा । हम सभी को उस दिन का इंतजार है ।

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