इस्लामाबाद, २८ जनवरी। नकदी संकट से जूझ रहे पाकिस्तान की मुद्रा में डॉलर की तुलना में बड़ी गिरावट दर्ज की गई। सरकार के इस संकेत के बाद मुद्रा के मूल्य में गिरावट आई है कि वह अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) से राहत पैकेज की अगली किस्त को लेकर उसकी कठिन शर्तों को मानने के लिए राजी है।
दोपहर करीब १ बजे इंटरबैंक बाजार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले पाकिस्तानी मुद्रा २४.११ रुपये (या ९.४५ प्रतिशत) की गिरावट के साथ अब तक के सबसे निचले स्तर २५५ रुपये पर आ गई।
पाकिस्तानी रुपया बुधवार को २३० रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ था। बृहस्पतिवार को बाजार खुलने के कुछ ही घंटों के अंदर यह और गिरते हुए २५५ रुपये तक पहुंच गया। सरकार ने इस पर फिलहाल कोई बयान नहीं दिया है।
पाकिस्तान कर्ज लौटाने को लेकर चूक से बचने के लिए छह अरब डॉलर के राहत पैकेज में से १.१ अरब डॉलर की महत्वपूर्ण किस्त प्राप्त करना चाहता है। राहत पैकेज जारी करने के लिए पाकिस्तान, मुद्राकोष से बात कर रहा है।
विश्लेषक अहसान रसूल का कहना है कि रुपये में गिरावट इस बात का संकेत है कि पाकिस्तान इस समय बहुत जरूरी कर्ज आईएमएफ से प्राप्त करने के बहुत करीब है। कुछ दिन पहले ही पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा था कि उनकी सरकार पिछले कुछ महीनों से रुके छह अरब डॉलर के राहत पैकेज को बहाल कराने के लिए आईएमएफ की कठिन शर्तो को मानने के लिए तैयार है। पाकिस्तान विदेशी मुद्रा भंडार में कमी के बीच सबसे बुरे आर्थिक हालात से गुजर रहा है।
