सिडनी,०१ फरवरी। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान स्टीव स्मिथ का कहना है कि चार टेस्ट मैचों की बोर्डर-गावस्कर श्रृंखला से पूर्व ‘अप्रासंगिक’ भारतीय पिचों पर अभ्यास मैच खेलने के बजाय उनकी टीम का अकेले अभ्यास करना बेहतर है।
ऑस्ट्रेलिया ने महीने भर चलने वाली टेस्ट श्रृंखला के दौरान भारत में एक भी अभ्यास मैच नहीं खेलने का फैसला किया है। इसका मुख्य कारण यह है कि मेजबान देश अभ्यास के लिए घास वाला विकेट मुहैया कराता जबकि वास्तविक मुकाबलों के लिए स्पिन की अनुकूल पिचें तैयार की जाएंगी।
सोमवार को अपने करियर में चौथी बार देश के सर्वश्रेष्ठ पुरुष खिलाड़ी का पुरस्कार जीतने वाले स्मिथ ने कहा कि उनकी टीम को अभ्यास मैच की तुलना में नेट सत्र से अधिक फायदा होगा।
पैट कमिंस की अगुआई वाली १८ सदस्यीय टीम ने श्रृंखला से पूर्व सिडनी में स्पिन की अनुकूल पिचों पर शिविर का आयोजन किया और नागपुर में नौ फरवरी से शुरू हो रहे पहले टेस्ट से पूर्व टीम बेंगलुरू में एक हफ्ते अभ्यास करेगी।
टीम के भारत रवाना होने से पहले स्मिथ ने कहा, हम आम तौर पर इंग्लैंड में दो अभ्यास मैच खेलते हैं। इस बार भारत में कोई अभ्यास मैच नहीं है।
उन्होंने कहा, पिछली बार जब हम वहां (भारत में) थे तो मुझे पूरा यकीन है कि हमें घास वाली विकेट मिली थी (अभ्यास करने के लिए) और यह अप्रासंगिक थी। उम्मीद है कि हमें वास्तव में अच्छी प्रशिक्षण सुविधाएं मिलेंगी जहां गेंद के वही करने की संभावना है जैसा पिच पर होने की उम्मीद है।
स्मिथ ने ट्रेविस हेड और डेविड वार्नर को पछाड़कर एलेन बोर्डर मेडल जीता।
भारत दौरे पर अभ्यास मैच शामिल नहीं करने के लिए ऑस्ट्रेलिया की आलोचना हो रही है क्योंकि यह लंबी श्रृंखला का अभिन्न हिस्सा होता है। स्मिथ ने हालांकि कहा कि कड़े नेट सत्र से स्पिनरों को बेहतर अभ्यास करने में मदद मिलेगी।
