टोरंटो,२८ सितंबर। भारत द्वारा घोषित खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर भारत और कैनेडा में आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है। इस प्रकरण के बाद दोनों देश के राजनयिक रिश्ते अब तक के सबसे निचले स्तर पर हैं। आरोप-प्रत्यारोप के बीच निज्जर के बेटे ने अब कहा है कि उनके पिता कैनेडा सिक्योरिटी इंटेलिजेंस सर्विस (सीएसआईएस) के साथ नियमित संपर्क में थे। हत्या से छह दिन पहले उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात की थी।
हरदीप सिंह निज्जर के २१ वर्षीय बेटे बलराज सिंह ने अपने बयान में दावा किया कि उनके पिता ने फरवरी के बाद सीएसआईएस अधिकारियों से मिलना शुरू किया और उनकी हत्या के दो दिन बाद भी उनसे मिलने का कार्यक्रम था। बेटे ने दावा किया कि उन्हें यह सलाह दी गई थी वो अपने सामान्य समय पर गुरुद्वारे ना जाएं और सार्वजनिक रूप से देखे जाने से बचें। सूत्रों ने मुताबिक एजेंसियों ने सवाल किया कि अगर भारतीय एजेंटों के खिलाफ विश्वसनीय खुफिया जानकारी कैनेडा के पास थी, तो निज्जर को सुरक्षा क्यों नहीं दी गई।
चर्चा है कि कैनेडा में दो आईएसआई एजेंट राहत राव और तारिक कियानी तथा गुरपतवंत सिंह पन्नू की तिकड़ी ने संभवतः ड्रग और इमिग्रेशन बिजनेस को नियंत्रित करने के लिए निज्जर की हत्या का जाल बिछाया था क्योंकि निज्जर समय के साथ शक्तिशाली होता जा रहा था और स्थानीय कैनेडियन समुदाय में लोकप्रियता हासिल कर रहा था।
निज्जर को सुरक्षा प्रदान नहीं करने के फैसले से पता चलता है कि किसी तरह से, कैनेडा ने भी आईएसआई का समर्थन किया और निज्जर के हत्यारों तक पहुंच प्रदान की, जिससे जांच धीमी हो गई।
