कोच्चि, 16 मई। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने सोमवार को बताया कि केरल तट के पास भारतीय जलक्षेत्र में एक जहाज से पकड़ा गया मादक पदार्थ 25,000 करोड़ रुपये का है। एनसीबी ने नौसेना के साथ संयुक्त अभियान में शनिवार को 2,500 किलोग्राम से अधिक मादक पदार्थ मेथामफेटामाइन जब्त किया था।
मेथामफेटामाइन के नवीनतम मूल्यांकन के बाद इसका का वास्तविक मूल्य 25000 करोड़ रुपये के करीब था। जब्त मेथामफेटामाइन की उच्च शुद्धता के कारण मूल्य बढ़ गया। शुरुआत में इसकी कीमत 12000 करोड़ रुपये आंकी गई थी। एनसीबी ने कहा था कि यह देश में मेथामफेटामाइन की सबसे बड़ी जब्ती थी।
एनसीबी के उप महानिदेशक (आपरेशन) संजय कुमार सिंह ने शनिवार को कहा था कि इस अभियान को ‘आपरेशन समुद्रगुप्त’ के रूप में अंजाम दिया गया था। इसके तहत अफगानिस्तान से आने वाले मादक पदार्थों की समुद्री तस्करी पर लगाम कसा जाता है। मेथामफेटामाइन की खेप भारत, श्रीलंका और मालदीव भेजी जानी थी।
इस मामले में एक पाकिस्तानी हिरासत में है। एनसीबी ने कहा था कि यह देश में मेथामफेटामाइन की सबसे बड़ी जब्ती थी। अधिकारियों ने कहा कि इसे इस तरीके से पैक किया गया था कि लंबे समय तक जहाज पर रहने पर भी नमी से कोई असर नहीं पड़ेगा। प्लास्टिक के बक्सों के ऊपर विभिन्न संकेत या प्रतीक हैं। संदेह है कि इसमें कई ड्रग निर्माण प्रयोगशालाएं शामिल थीं।