गैबॉन, ३१ अगस्त। मध्य अफ्रीकी देश गैबॉन में बुधवार को सैन्य तख्तापलट हुआ। सेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने टीवी पर आकर घोषणा की कि उन्होंने राष्ट्रपति अली बोंगो ओडिम्बा को सत्ता से हटा दिया है।
तख्तापलट के बाद, राष्ट्रपति ओडिम्बा को उनके घर में नजरबंद कर दिया गया है। सैन्य अधिकारियों ने कहा कि चुनाव के परिणामों को रद्द कर दिया गया है और सभी सरकारी संस्थाओं को भंग कर दिया गया है।
सुबह, सैनिकों ने राजधानी लिब्रेविले में कई सरकारी इमारतों पर कब्जा कर लिया। उन्होंने राजनेताओं और अधिकारियों को गिरफ्तार करना शुरू कर दिया।
तख्तापलट के बाद, गैबॉन में अशांति फैल गई। राजधानी में गोलीबारी की खबरें मिलीं।
अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने इस तख्तापलट की निंदा की है। फ्रांसीसी सरकार ने कहा है कि वह गैबॉन के संविधान और लोकतंत्र का समर्थन करता है।
तख्तापलट के कारण
गैबॉन में चुनाव के बाद से ही तख्तापलट की अटकलें लगाई जा रही थीं। राष्ट्रपति ओडिम्बा की चुनाव जीत को विपक्ष ने सवालों के घेरे में रखा था। उन्होंने आरोप लगाया था कि चुनाव में बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी हुई है।
ओडिम्बा का परिवार पिछले ५५ साल से गैबॉन पर शासन कर रहा है। उनके पिता, ओमार बोंगो ओनदिम्बा, १९६७ से २००९ तक देश के राष्ट्रपति थे।
तख्तापलट के प्रभाव
गैबॉन में तख्तापलट पश्चिम अफ्रीका में लोकतंत्र के लिए एक बड़ा झटका है। यह अफ्रीका में इस साल की दूसरी सैन्य तख्तापलट है। पिछले महीने, नाइजर में भी सैन्य तख्तापलट हुआ था।
गैबॉन एक महत्वपूर्ण तेल उत्पादक देश है। तख्तापलट के बाद, तेल उत्पादन में बाधा पड़ सकती है।