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ब्रिटेन में नाबालिगों से नशीले पदार्थों की तस्करी कराने पर भारतीय मूल की महिला को सात साल की सजा

लंदन, २७ जून। ब्रिटेन में भारतीय मूल की एक महिला को ड्रग्स की आपूर्ति के लिए बच्चों को शिकार बनाने वाले गिरोह का हिस्सा होने के आरोप में सात साल जेल की सजा सुनाई गई है। मेट्रोपॉलिटन पुलिस ने यह जानकारी दी।
२८ वर्षीय सरीना दुग्गल, जिसका कोई निश्चित पता नहीं है, को सात सप्ताह की सुनवाई के बाद क्लास ए ड्रग्स की आपूर्ति का दोषी पाए जाने के बाद पिछले हफ्ते बोर्नमाउथ क्राउन कोर्ट में पांच अन्य लोगों के साथ दोषी ठहराया गया था। मेट्रोपॉलिटन पुलिस ने कहा कि ड्रग्स की आपूर्ति लंदन और बर्मिंघम में और उसके आसपास बोर्नमाउथ में की गई।
दुग्गल और गिरोह ने बोर्नमाउथ में उपयोगकर्ताओं को क्लास ए ड्रग्स क्रैक कोकीन और हेरोइन की आपूर्ति करने के लिए गरीब बच्चों का इस्तेमाल किया। पुलिस ने पिछले साल एक जांच शुरू की थी, जब फर्नबोरो के १६ एक वर्षीय लड़के को बड़ी मात्रा में क्रैक कोकीन और हेरोइन रखने के आरोप में बोर्नमाउथ में गिरफ्तार किया गया था।
उसकी गिरफ्तारी के बाद उसके पास से एक मोबाइल फोन जब्त किया गया। जांचकर्ताओं ने मोबाइल फोन का व्यापक विश्लेषण किया। उन्होंने बोर्नमाउथ के भीतर एक होटल में सीसीटीवी को भी खंगाला। दुग्गल, चार अन्य की आरोपियों के रूप में पहचान की गई। १६ साल का बच्चा उसके लिए काम कर रहा था। सितंबर २०२२ में एक ऑपरेशन के दौरान, अधिकारियों ने गिरोह के दो अन्य सदस्यों को गिरफ्तार किया और बड़ी मात्रा में क्रैक कोकीन और हेरोइन बरामद किया।
इसके अतिरिक्त, वार्विकशायर का एक और १६ वर्षीय लापता लड़का बोर्नमाउथ के बॉस्कोम्बे क्षेत्र में एक फ्लैट के भीतर पाया गया था। खुफिया विभाग के मुख्य निरीक्षक डैन मिशेल ने कहा, यह आपराधिक गिरोह लंदन से बोर्नमाउथ तक अपने अवैध धंधे के लिए लापता हुए दो बच्चों का उपयोग कर रहा था। पिछले साल बर्मिंघम में आरोपियों की गिरफ्तारी हुई थी। न्यायाधीश जोनाथन फुलर केसी ने कहा, पुलिस ने अपने दृढ़ संकल्प से मामले का पर्दाफाश किया।
एक संभ्रांत परिवार से तााल्लुक रखने वाली दुग्गल अपने पति और गैंग के सरगना एडम शेख से मिलने से पहले कानून का अध्ययन करना चाहती थी। उसे १२ साल की सजा सुनाई गई। न्यायाधीश फुलर केसी ने दुग्गल को जेल की सजा सुनाने से पहले कहा, वकील बनने का आपका आशापूर्ण करियर अब स्पष्ट रूप से नष्ट हो गया है। आपने ड्रग डीलर बनने का फैसला करके एक आशाजनक भविष्य को बर्बाद कर दिया है।
बोर्नमाउथ क्राउन कोर्ट द्वारा सभी छह डीलरों को कुल मिलाकर ३९ साल और छह महीने की जेल की सजा सुनाई गई। किशोरों पर मुकदमा नहीं चलाया गया और उन्हें संबंधित स्थानीय अधिकारियों से बाल सेवाओं के लिए भेजा गया।

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