न्यूयॉर्क,३१ अगस्त।अमेरिका में भारतीय मूल के ४६ वर्षीय डेंटिस्ट ने दो साल के दौरान कोविड-१९ रिलीफ फंड में से पांच लाख अमेरिकी डॉलर चुराने और इन पैसों का इस्तेमाल निवेश समेत अनुचित व्यक्तिगत खर्चों में करने का आरोप स्वीकार किया है। एक आधिकारिक बयान में इस बात की जानकारी दी गई है।
कैलिफोर्निया में डेंटिस्ट की प्रैक्टिस करने वाले भारतीय मूल के डॉक्टर रंजन राजवंशी को अप्रैल २०२० से फरवरी २०२२ तक उनके और उनके कर्मचारियों के सुविधा खर्च, वेतनमान और सुरक्षात्मक उपकरण जैसे जरूरी व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए स्मॉल बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन और अमेरिकी स्वास्थ्य और मानव सेवा विभाग की ओर से ८५०,००० अमेरिकी डॉलर से अधिक की कोविड -१९ राहत राशि प्राप्त हुई थी।
अमेरिकी न्याय विभाग ने एक प्रेस रिलीज में कहा कि रंजन राजवंशी ने राहत राशि में से पांच लाख अमेरिकी डॉलर का इस्तेमाल निवेश जैसे अनुचित व्यक्तिगत खर्चों किया. उन्होंने सजा सुनाए जाने से पहले पैसा सरकार को वापस देने पर सहमति जताई।
प्रेस रिलीज में ये भी कहा गया है कि संघीय जांच ब्यूरो, एसबीए महानिरीक्षक कार्यालय और एचएचएस महानिरीक्षक कार्यालय ने इस मामले की संयुक्त रूप से जांच की , जिसके बाद मामला सामने आया। आरोप तय होने के बाद डॉ राजवंशी को अधिकतम १० साल की जेल सजा हो सकती है।
इसके अलावा उनपर २५०,००० अमेरिकी डॉलर का जुर्माना लगाया जा सकता है। उन्हें आने वाले ४ दिसंबर को जिला न्यायाधीश की तरफ से सजा सुनाई जाएगी।
