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India reached the final by defeating Korea

कोरिया को रौंदकर फाइनल में पहुंचा भारत

सलालाह, ०१ जून। भारतीय जूनियर पुरुष हॉकी टीम ने जूनियर एशिया कप २०२३ के सेमीफाइनल में कोरिया को ९-१ से रौंदकर लगातार दूसरी बार फाइनल में जगह बना ली। एशियाई टूर्नामेंट के हर मैच में अपना वर्चस्व कायम करने वाली भारतीय टीम के लिये सेमीफाइनल में सुनीत लाकड़ा, अरिजीत सिंह हुंदल, अंगद बीर सिंह, उत्तम सिंह, विष्णुकांत सिंह और शारदानंद तिवारी ने एक-एक गोल किया, जबकि बॉबी सिंह धामी ने तीन गोल दागकर जीत में बहूमूल्य योगदान दिया।
इस दमदार जीत के बाद गत चैंपियन भारत जूनियर एशिया कप के फाइनल में पहुंच गया है, जहां उसका सामना मलेशिया या पाकिस्तान में से किसी एक से होगा।
इस मैच में भारत का प्रदर्शन दो अर्द्धों में बंटा रहा। पहले अर्द्ध में जहां भारत ने सचेत हॉकी खेली, वहीं दूसरे हाफ में बॉबी सिंह की अगुवाई में भारतीय युवाओं का आक्रामक रूप देखने को मिला। शुरुआती क्वार्टर में चौकस हॉकी खेलते हुए भारत ने १०वें मिनट में पहला मौका बनाया। बार-बार कोरियाई सर्किल भेदने वाली भारतीय टीम को पहली सफलता १३वें मिनट में सुनीत के गोल से मिली।
दूसरे क्वार्टर में भी भारत ने गेंद पर अधिकतर समय कब्जा रखा, हालांकि १९वें मिनट में अरिजीत के गोल के अलावा हाफ टाइम तक कोई खिलाड़ी गेंद को नेट में नहीं पहुंचा सका। भारत ने आधा मैच गुजऱने तक २-० की बढ़त बना ली थी लेकिन उसे इस बढ़त को सुरक्षित करना ज़रूरी था। बॉबी सिंह ने तीसरे क्वार्टर के पहले ही मिनट में गोल दागकर यह काम शुरू कर दिया।
उन्होंने कोरियाई अर्द्ध में विपक्षी टीम के डिफेंडर से गेंद छीनी और गोलकीपर को अकेला पाकर गोल कर दिया। इसके तीन ही मिनट बाद अंगद बीर सिंह ने भी एक दर्शनीय ड्रैग शॉट खेलकर भारत की बढ़त चौगुनी कर दी। कोरिया ने ३५वें मिनट में प्रहार करके वापसी की कोशिश की लेकिन शशिकुमार ने शानदार बचाव के साथ उसे खाता खोलने का मौका नहीं दिया।
शशि ने ३७वें मिनट में भी कोरिया का एक बेहतरीन प्रयास रोका, लेकिन पिच की दूसरी तरफ गोल की बारिश होती रही। कप्तान उत्तम सिंह ने ३८वें मिनट में कोरिया के तीन डिफेंडरों और गोलकीपर को छकाकर भारत का पांचवां गोल किया, जबकि धामी ने रिवर्स शॉट खेलकर ३९वें मिनट में अपना दूसरा और भारत का छठा गोल जमाया।
कोरिया ने ४६वें मिनट में केन्योल हुआंग के गोल से अपना खाता खोला, हालांकि यह उसे फाइनल में पहुंचाने के लिये पर्याप्त नहीं था। विष्णुकांत ने ५१वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर पर गोल करके भारत की बढ़त ७-१ पर पहुंचा दी। कोरिया की हार यूं भी सुनिश्चित हो चुकी थी, लेकिन बॉबी सिंह धामी ने ५५वें मिनट में अपनी हैट्रिक पूरी की। शारदानंद (५७वां मिनट) ने मैच के आखिरी क्षणों में गोल दागकर सेमीफाइनल का ज़ोरदार अंत किया।
तीन बार की एशियाई चैंपियन भारतीय टीम अपने चौथे खिताब की तलाश में एक जून को फाइनल खेलेगी। इससे पहले २०१५ के फाइनल में भारत ने पाकिस्तान को ६-२ से हराकर खिताब जीता था।

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